भाकपा (माले) के राज्य सचिव रामजी राय ने बताया कि कार्यशाला में केंद्र की मोदी सरकार के एक साल के कार्यकाल और राजनीति में हाल के बदलावों के मद्देनजर पार्टी की समझदारी को नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ साझा किया जाएगा।
नई परिस्थिति में अन्य वाम एवं जनवादी ताकतों के साथ एकता की दिशा में पहल पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा नई विकसित हो रही विभिन्न आंदोलनकारी ताकतों और रुझानों को संगठित करने पर भी बातचीत होगी।
राज्य सचिव ने बताया कि कार्यशाला में भाग लेने के लिए 29 मई से बिहार, झारखंड, ओड़िशा, पं. बंगाल, असम, त्रिपुरा, महराष्ट्र, गुजरात, पंजाब व दक्षिण भारत के कई राज्यों से प्रतिनिधि लखनऊ पहुंचने लगेंगे।