नई दिल्ली, 19 फरवरी, (आईएएनएस)। मेहमान उत्तर प्रदेश विजाडर्स के गोलकीपर पी.आर श्रीजेश के शानदार प्रदर्शन के दम पर उसने हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के पांचवें संस्करण में रविवार को मेजबान दिल्ली वेबराडर्स को 1-1 से ड्रॉ पर रोक दिया।
शिवाजी स्टेडियम में खेले गए मैच में श्रीजेश ने शानदार गोलकीपिंग की और दिल्ली के कई मौकों को खारिज कर उसकी जीत के सपने को ड्रॉ तक सीमित कर दिया।
इस ड्रॉ के बाद दोनों टीमों के खाते में दो-दो अंक आए, हालांकि अंकतालिका में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली की टीम अभी भी तीसरे और विजाडर्स की टीम चौथे स्थान पर बनी हुई है। दोनों टीमों ने हालांकि सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को कायम रखा है।
मेहमानों ने मैच की आक्रामक शुरूआत की और दिल्ली पर दवाब बनाना चाहा लेकिन दिल्ली ने धीरे-धीरे लय पकड़ी और मेहमानों को हावी होने के रोक दिया। इसी बीच दिल्ली के लिए मनदीप अंटिल ने गोल की कोशिश की लेकिन उनका शॉट गोलपोस्ट से ऊपर चला गया।
7वें मिनट में मेजबानों को लगातार दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन विजाडर्स के गोलकीपर श्रीजेश ने दोनों शॉट रोक लिए। कुछ देर बाद हरजीत सिंह भी गोल करने से चूक गए। अंतिम मिनट में मनदीप ने एक और कोशिश की लेकिन श्रीजेश एक बार फिर दिल्ली की राह में रोड़ा बने। विजाडर्स ने भी पहले क्वार्टर में दो मौक बनाए लेकिन वह इन्हें भुना नहीं पाई।
दूसरे क्वार्टर की शुरूआत में दोनों टीमों ने किसी को मौका नहीं दिया और नियंत्रण के साथ मैच में आगे बढ़ीं। इसी बीच 22वें मिनट में दिल्ली को तीसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिले जिसे गोल में बदल कर कप्तान रुपिंदर पाल सिंह ने मेजबानों को एक गोल से आगे कर दिया। मेहमान टीम भी अगले ही पल पहला पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही लेकिन वह इस मौके पर बराबरी का गोल नहीं दाग पाई। उसे तुरंत एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला जिस पर वह गोल तो नहीं कर पाई लेकिन पेनाल्टी स्ट्रोक लेने में सफल रही। यहां गोंजालो पेइलाट ने पंजाब की बराबरी कराई।
बराबरी का गोल करने के बाद मेहमान टीम में आत्मविश्वास लौट आया था उसने दिल्ली के घेरे में कई बार दस्तक की। रमनदीप ने डी के बाहर से शॉट खेला जिसपर दिल्ली के खिलाड़ी का पांव टकरा गया। 27वें मिनट में मेहमानों के हिस्से में पेनाल्टी कॉर्नर आया लेकिन बढ़त लेने के इस मौके को गोंजालो ने जाया कर दिया। दूसरे क्वार्टर तक स्कोर 1-1 से बराबर था।
तीसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमें रक्षात्मक हो कर खेल रहीं थी और एक दूसरे को गोल करने के कोई मौका नहीं दे रही थीं। हालांकि 37वें मिनट में दिल्ली के लिए परविंदर सिंह ने फील्ड गोल करने का मौका बनाया लेकिन श्रीजेश ने उनके शॉट को रोक लिया, अगले ही पल विजार्डस के पास भी मौका था लेकिन दिल्ली के गोलकीपर विंसेट वांश ने आकाशदीप के शॉट को रोक लिया।
40वें मिनट में दिल्ली के हिस्से एक और पेनाल्टी कॉर्नर आया लेकिन श्रीजेश ने इस बार फिर मेजबानों को निराश किया। क्वार्टर के अंतिम मिनट में विजार्डस के हिस्से भी पेनाल्टी कॉर्नर आया लेकिन कप्तान रघुनाथ का शॉट दिल्ली के खिलाड़ी की हॉकी से टकरा कर बाहर चला गया।
अंतिम क्वार्टर में दोनों टीमों की कोशिश बराबरी के स्कोर से आगे निकलने की थी लेकिन दोनों टीमों की रक्षापंक्ति ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए गोल नहीं करने दिए। दोनों टीमों के पास गोल करने के मौक भी आए लेकिन वह उसे अंतिम अंजाम तक नहीं पहुंचा सकी।
मैच जब समाप्ति की ओर था तभी 60वें मिनट में दिल्ली की टीम किसी तरह पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही। हालांकि इस स्वर्णिम मौके को उसने अपने हाथ से जाने दिया और जीत हासिल करने से चूक गई।