नई दिल्ली, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत ने गुरुवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकवादियों के ‘लांच पैड्स’ को निशाना बनाते हुए बुधवार देर रात ‘सर्जिकल स्ट्राइक्स’ किए, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर कड़ी चेतावनी आई है।
सेना ने बताया कि जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में सैन्य शिविर पर 18 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले के 11 दिन बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने एलओसी के पार आतंकवादियों को निशाना बनाया। उड़ी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे।
डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने मीडिया को बताया, “आतंकवाद के खिलाफ इस अभियान में आतंकवादियों तथा उनके समर्थकों को भारी नुकसान हुआ।”
यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडल समिति की बैठक की गई।
पाकिस्तान ने हालांकि भारत की ओर से किसी भी तरह के ‘सर्जिकल स्ट्राइक्स’ से इनकार किया है, लेकिन माना कि भारतीय सेना की ओर से ‘बिना उकसावे’ के की गई गोलीबारी में उसके दो जवानों की मौत हो गई।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत की ओर से ‘सर्जिकल स्ट्राइक्स’ की घोषणा के तुरंत बाद चेतावनी भरे लहजे में कहा कि पाकिस्तान शांतिपूर्ण पड़ोस के पक्ष में है और देश के ‘शांतिपूर्ण रवैये’ को कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए।
जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि जिन आतंकवादियों को निशाना गया, उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर में घुसपैठ कर भारत के अन्य शहरों में हमलों को अंजाम देने की साजिश की थी।
उन्होंने कहा, “अभियान यह सुनिश्चित करने के लिए था कि ये आतंकवादी घुसपैठ में कामयाब न हों और इनसे देश के नागरिकों को कोई खतरा नहीं हो।”
जनरल रणबीर सिंह ने कहा, “अभियान जारी रखने की कोई योजनाएं नहीं हैं। हालांकि, भारतीय सुरक्षाबल किसी भी तरह की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने कहा, “ये सर्जिकल स्ट्राइक्स विश्वसनीय जानकारी के आधार पर किए गए।”
वहीं, पाकिस्तान की सेना ने भारतीय सेना की ओर से किसी भी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ से इनकार किया। सेना ने कहा कि भारत की ओर से गोलीबारी की गई, जिसका माकूल जवाब दिया गया।
इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एलओसी पर गोलीबारी बुधवार देर रात 2.30 बजे शुरू हुई, जो गुरुवार सुबह आठ बजे तक जारी रही।
बयान के मुताबिक, “पाकिस्तानी सेना ने भीमबेर, हॉटस्प्रिंग केल और लीपा सेक्टरों में एलओसी पर भारतीय सेना की ओर से बिना किसी उकसावे के की गई गोलीबारी पर उचित प्रतिक्रिया दी है।”
भारत की ओर से नियंत्रण रेखा के पार ‘सर्जिकल स्ट्राइक्स’ की घोषणा के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गुरुवार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि देश के शांतिपूर्ण रवैये को उसकी कमजोरी न समझा जाए।
नवाज ने इसकी निंदा करते हुए इसे भारतीय सेना की ‘बिना किसी उकसावे की कार्रवाई’ करार दिया और कहा कि यह भारतीय सेना के ‘आक्रामक’ रवैये को दर्शाता है।
रेडियो पाकिस्तान ने नवाज के हवाले से कहा कि भारतीय अभियान से दो पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “पड़ोसी देशों के साथ हमारे शांतिपूर्ण रवैये को कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए। हमारे बहादुर जवान देश की अखंडता की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हैं।”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ‘देश की संप्रभुता को कमजोर करने वाले किसी डिजाइन को नष्ट कर सकता है।’
भारतीय डीजीएमओ ने कहा कि उन्होंने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से बात कर उन्हें भारत की चिंताओं से अवगत कराया और अभियान के बारे में भी जानकारी दी।
उन्होंने कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान की सेना हमारे क्षेत्र से आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने के लिए हमें सहयोग देगी।”