वाशिंगटन, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मई में जापान जाएंगे। जापान में वह हिरोशिमा जाने पर भी विचार कर रहे हैं। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी।
समाचार पत्र ‘द जापान टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका सरकार सन 1945 में परमाणु बम गिराए जाने के बाद किसी पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ओबामा के हिरोशिमा दौरे पर विचार कर रही है।
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कहा, “अमेरिका के राष्ट्रपति के हर जापान दौरे की योजना के दौरान यह सवाल उठता है कि अमेरिका के राष्ट्रपति को हिरोशिमा का दौरा करना चाहिए या नहीं। “
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति और उनका दल निश्चित तौर पर हमारे विकल्पों पर विचार करेगा।”
अर्नेस्ट ने कहा कि दुनिया को परमाणु हथियारों से मुक्त करना ओबामा का ‘दीर्घकालिक लक्ष्य’ रहा है।
प्रवक्ता ने कहा, “इस प्रतिबद्धता का उस शहर से बेहतर उदाहरण और कोई नहीं हो सकता है, जहां इन हथियारों के पहले इस्तेमाल के पीड़ित रहते हैं।”
राष्ट्रपति के हिरोशिमा या नागासाकी के दौरे को लेकर अमेरिका में विवाद खड़ा होने की संभावना है। इन दोनों जगहों पर अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध में परमाणु बम गिराए थे। कहा जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के यहां आने का मतलब अमेरिका द्वारा माफी मांगने से लगाया जाएगा। अमेरिका में पूर्व सैनिकों समेत कई लोग ऐसे हैं जिनका मानना है कि द्वितीय विश्व युद्ध खत्म करने के लिए परमाणु बम गिराना जरूरी था।
अर्नेस्ट ने कहा कि इस तरह की चिंताएं ओबामा के संभावित हिरोशिमा दौरे के बारे में फैसला लेने के आड़े नहीं आएंगी।
प्रवक्ता ने कहा, “ओबामा चाहे जो भी फैसला लें, द्वितीय विश्व युद्ध जीतने वाले अमेरीकियों की बहादुरी व उत्साह की तस्वीर अमेरिकी राष्ट्रपति के विचारों में हमेशा समाहित रहेगी।”