मुंबई, 24 सितंबर (आईएएनएस)। सिंध सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष फख्र-ए-आलम ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की ओर से पाकिस्तानी कलाकारों के भारत छोड़ने के लिए दिए गए 48 घंटों के अल्टीमेटम की आलोचना की और कहा कि कलाकारों ने कभी भी हिंसा का पक्ष नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष और असहमति का समाधान युद्ध नहीं है।
उल्लेखनीय है कि मनसे ने शुक्रवार को पाकिस्तान के सिनेमा और टेलीविजन कलाकारों को 48 घंटों के भीतर भारत छोड़ने की धमकी देते हुए कहा कि यदि वे ऐसा नहीं करते हैं तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
मनसे की चित्रपट सेना के प्रमुख अमेय खोपकर ने शुक्रवार को मीडिया में दिए अपने बयान में कहा कि जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी सेक्टर में 18 सितंबर को सेना के आधार शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है, जिसमें भारतीय सेना के 18 जवान शहीद हो गए।
खोपकर के इस बयान और मनसे की ओर से जारी धमकी की प्रतिक्रिया में आलम ने आईएएनएस को बताया, “संघर्ष और असहमति का समाधान युद्ध नहीं है। युद्ध, आक्रामक तेवर और अंधराष्ट्रीयता केवल चुनावी लाभ पाने के लिए है। यह सकारात्मक और क्रियात्मक नहीं।”
आलम ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों को जिम्मेदारी और सयंम को दर्शाना चाहिए और वे किस प्रकार की चीज का निर्माण कर रहे हैं, उसके प्रति सावधान रहें।
उन्होंने दोनों देशों की माडिया से आग्रह करते हुए कहा कि वह अपने काम को लेकर भी सावधान रहें।
आलम ने कहा, “कलाकार कभी भी हिंसा के पक्ष में नहीं रहे हैं। दोनों तरफ के लोगों को कई बड़ी समस्याएं हैं।”
उन्होंने कहा, “दोनों तरफ के लोगों को आपस में बढ़ी दूरी को पाटने की जरूरत है न कि घृणा को बढ़ावा देने की। हमें आपसी सहमति के लिए एक आम मंच को ढूंढना चाहिए।”
मुंबई में काम करने वाले या यहां अक्सर आने जाने वाले पाकिस्तानी कलाकारों में अभिनेता फवाद खान, अली जफर, आतिफ असलम, शफाकत अमानत अली खान, राहत फतेह अली खान, सलमान अहमद, माहिरा खान और अली अजमत शामिल हैं।
मनसे की उपाध्यक्ष शालिनी ठाकरे ने कहा कि पाकिस्तानी कलाकारों के साथ जहां भी फिल्म और टेलीविजन शो की शूटिंग होगी, पार्टी के कार्यकर्ता 48 घंटों बाद उन्हें रोकेंगे।
शालिनी ने कहा, “यह कोई मामूली धमकी नहीं है, बल्कि करन जौहर जैसे निमार्ताओं को सीधी चुनौती है, जो पाकिस्तानी कलाकारों को बढ़ावा देते हैं। हम सभी प्रोडक्शन हाउस को पाकिस्तानी कलाकारों को काम नहीं देने को लेकर पत्र लिखने जा रहे हैं।”