जकार्ता, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत के शीर्ष पुरुष गोल्फ खिलाड़ी अर्निबान लाहिड़ी की कोशिश गुरुवार से शुरू हो रहे इंडोनेशियन मास्टर्स में दो साल पहले हासिल की गई सफलता को दोहराने की होगी।
लाहिड़ी ने 2014 में इस टूर्नामेंट में शानदार जीत दर्ज की थी और विदेशी धरती पर अपना पहला एशियन टूर खिताब जीता था।
इस जीत की बदौलत उन्हें 2015 में एशियन टूर ऑर्डर ऑफ मेरिट में शीर्ष स्थान भी मिला था।
लाहिड़ी का मौजूदा सत्र अब तक अच्छा रहा है। उन्होंने पेशेवर गोल्फ संघ (पीजीए) टूर कार्ड में अपना स्थान बरकरार रखा है और इसी साल अगस्त में हुए रियो ओलम्पिक-2016 में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।
रॉयल जकार्ता गोल्फ क्लब में होने वाले इस टूर्नामेंट में लाहिड़ी को दोबारा खिताब जीतने की उम्मीद के साथ उतरेंगे।
लाहिड़ी ने कहा, “मेरी यहां से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं। भारत के बाहर यहां मेरी पहली जीत थी। 72वें होल में ईगल के साथ जीत दर्ज करना, बेहद नाटकीय था, लेकिन वह शानदार भी था। इस गोल्फ कोर्स पर मैं खेलना पसंद करता हूं।”
उन्होंने कहा, “मैंने जब वह टूर्नामेंट जीता था, वह मेरे करियर के सबसे अच्छे दौर की शुरुआत थी। 2014 और 2015 में मैंने चार खिताब जीते हैं और मैंने यूरोपीयन टूर, पीजीए टूर का खिताब जीता और विश्व रैंकिंग में शीर्ष 50 में जगह बनाई।”
उन्होंने कहा, “इस साल मेरे लिए सामंजस्य बिठाना मुश्किल रहा। एशियन टूर से यूरोपियन टूर और वहां से पीजीए टूर में जाना बेहद मुश्किल था। पहली बात टूर्नामेंट पहले से ज्यादा मुश्किल है। मैं कुछ महीने पहले चोटिल हो गया था। चोट के बाद यह मेरा दूसरा टूर्नामेंट है।”