चितौड़गढ़ (राजस्थान) 27 सितम्बर (आईएएनएस)। टाटा मोटर्स जूनियर कुश्ती चैम्पियनशिप (अंडर-23) का आयोजन शुक्रवार से अपने शानदार किलों और समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के लिए मशहूर राजस्थान के शहर चितौड़गढ़ में होगा।
इस चैम्पियनशिप में 24 राज्यों से कुल 633 पहलवान हिस्सा लेंगे। कुश्ती को देश भर में लोकप्रिय बनाने और प्रतिभाओं को सामने लाने के प्रयासों के तहत भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने इस चैम्पियनशिप को पहली बार कुश्ती कैलेंडर में शामिल किया है।
डब्ल्यूएफआई ने राजस्थान से नई प्रतिभाओं को सामने लाने और इस राज्य में कुश्ती को लोकप्रिय बनाने के मकसद से इस टूर्नामेंट के पहले संस्करण का आयोजन चितौड़गढ़ को दिया है। यह तीसरा मौका है, जब राजस्थान किसी राष्ट्रीय स्तर की चैम्पियनशिप की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले उसने 2008 में सीनियर राष्ट्रीय और इस साल फरवरी में जयपुर में जूनियर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप की मेजबानी की थी।
डब्ल्यूएफआई केके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “राजस्थान के पास देश को देने के लिए काफी पहलवान हैं। हमारे प्रदेश में काफी प्रतिभा है खासकर हरियाणा से लगी सीमा के श्रेत्र में। हमें उन्हें आगे लेकर आना है। छोटे शहरों में इस तरह के आयोजनों से खिलाड़ी निकल कर सामने आएंगे। साथ ही इससे खिलाड़ी खेल को करियर के तौर पर भी ले सकेंगे।”
इस आयोजन में सज्जन भानवाल (ग्रीको रोमन 77 किलोग्राम भारवर्ग), नवीन कुमार सिहाग (57 किलोग्राम भारवर्ग) में हिस्सा लेंगे। दोनों ने हाल ही में स्लोवाकिया में आयोजित की गई जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया था।
सज्जन ने कहा, “वर्ल्ड जूनियर चैम्पियनशिप में मेरे लिए यह अच्छा अनुभव रहा था, लेकिन मैं आने वाली सीनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप के लिए अपनी दावेदारी पेश करना चाहता हूं। इसके लिए मुझे यहां चयनकर्ताओं के सामने अच्छा प्रदर्शन करना होगा।”
तीन दिन तक चलने वाली इस चैम्पियनशिप का समापन 30 सितंबर को होगा, जहां हर दिन एक कैटेगरी में मैच होंगे। फ्री स्टाइल में 226 टीमें उतर रही हैं जबकि ग्रीको रोमन में 215 टीमें हिस्सा लेंगी। वहीं, 192 महिलाएं भी इस चैम्पियनशिप में उतर रही हैं। इस टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह में राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, डब्ल्यूएफआई के मुखिया बृज भूषण सिंह और चित्तौड़गढ़ के सांसद सी.पी. जोशी मौजूद रहेंगे।
जोशी ने कहा कि अंडर-23 चैम्पियनशिप के माध्यम से इंफ्रास्ट्रगचर खड़ा करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “मैं कुश्ती से पिछले 15 वर्ष से जुड़ा रहा हूं। मैं जानता हूं कि एक टूर्नामेंट को बड़ी सफलता दिलाने के लिए खिलाड़ियों के किस तरह की सुविधाएं देना जरूरी है। मैं स्टेट ऑफ आर्ट फेसिलिटी सिस्टम का भी आने वाले कुछ वर्षो में निर्माण करूंगा। इस सुविधा को दूसरे खेलों के लिए उपयोग में लिया जा सकेगा।”
इस टूर्नामेंट के विजेताओं को पुरस्कार ओलम्पिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त और एशियाई खेल-2018 में पदक जीतने वाली महिला खिलाड़ी दिव्या काकरान के हाथों रविवार को दिए जाएंगे।