Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/load.php on line 926

Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/formatting.php on line 4826

Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/formatting.php on line 4826

Deprecated: Function get_magic_quotes_gpc() is deprecated in /home4/dharmrcw/public_html/wp-includes/formatting.php on line 4826
 दिल्ली में 14 बाल श्रमिक छुड़ाए गए | dharmpath.com

Wednesday , 14 May 2025

Home » भारत » दिल्ली में 14 बाल श्रमिक छुड़ाए गए

दिल्ली में 14 बाल श्रमिक छुड़ाए गए

नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। पूर्वी दिल्ली के एक कारखाने से सोमवार को 14 बाल श्रमिकों को छुड़ाया गया है। इस कारखाने में ये बच्चे मजदूरी करते थे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

इन बच्चों को छुड़ाने वाले गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) बचपन बचाओ आंदोलन (बीबीए) की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक, “ये बच्चे 12 से 15 साल की उम्र तक के हैं। ये पूर्वी दिल्ली के गंगा विहार क्षेत्र के एक कारखाने में कार्य करते थे, जहां ये एक टिन की छत के नीचे गर्मी में लोहे का सामान बनाते थे।”

बीबीए ने कहा कि लोहे की तारों को काटने और उनकी वेल्डिंग करने से बच्चों की बाजुएं और हाथ कट गए हैं।

बीबीए के मुताबिक, “इन बच्चों को बिहार और उत्तर प्रदेश से तस्करी कर लाया गया था। ये तड़के 5 बजे से रात 11 बजे तक काम करते थे। दिनभर 18 घंटे तक काम करने के बाद इन्हें सप्ताह में पचास से 100 रुपये का मेहनताना मिलता था।”

परियोजना निदेशक राकेश सेंगर ने आईएएनएस को बताया कि ये बच्चे इस कारखाने में एक या दो साल से कार्यरत थे।

यमुना विहार के उपमंडलाधिकारी (एसडीएम) डेनियल मसीह के पर्यवेक्षण में इन बच्चों को छुड़ाया गया। बच्चों को बुराड़ी के पास बीबीए के मुक्ति आश्रम भेज दिया गया है।

दिल्ली में 14 बाल श्रमिक छुड़ाए गए Reviewed by on . नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। पूर्वी दिल्ली के एक कारखाने से सोमवार को 14 बाल श्रमिकों को छुड़ाया गया है। इस कारखाने में ये बच्चे मजदूरी करते थे। अधिकारियों ने बु नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। पूर्वी दिल्ली के एक कारखाने से सोमवार को 14 बाल श्रमिकों को छुड़ाया गया है। इस कारखाने में ये बच्चे मजदूरी करते थे। अधिकारियों ने बु Rating:
scroll to top