नई दिल्ली, 2 फरवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी इंजमाम-उल-हक और शोएब अख्तर सहित भारत के संजय मांजरेकर और हरभजन सिंह ने सोमवार को कहा कि दोनो देशों के बीच एक बार फिर द्विपक्षीय श्रृंखलाओं की शुरुआत होनी चाहिए। इससे दोनों देशों के रिश्ते में सुधार लाने में और मदद मिलेगी।
समाचार चैनल न्यूज 24 के क्रिकेट कॉनक्लेव कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे पूर्व तेज गेंदबाज शोएब ने कहा, “अभी सबसे बड़ी जरूरत हमारे लिए इतिहास को बदलने की है। हमारे इतिहास में बच्चों को यही बताया जाता है कि हम एक-दूसरे के दुश्मन है जबकि इस सोच को बदलना होगा।”
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान अक्सर किसी बड़े टूर्नामेंट में ही एक-दूसरे के खिलाफ खेलते नजर आते हैं। इसी महीने शुरू हो रहे विश्व कप में भी दोनों टीमें अपना पहला मैच एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगी।
शोएब के मुताबिक ‘क्रिकेट डिप्लोमेसी’ को भी नए सिरे से लिखने की जरूरत है। शोएब ने कहा, “दोनों देशों के बीच क्रिकेट नहीं होने से खिलाड़ियों का नुकसान होता है। खासकर इंडियन प्रीमियर लीग में नहीं खेलने के कारण पाकिस्तानी खिलाड़ियों का पैसे सहित अनुभव के मामले में भी नुकसान हो रहा है।”
इसी क्रार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम ने कहा, “निश्चित तौर पर दोनों देशों के बीच नियमित तौर पर द्विपक्षीय श्रृंखलाओं का आयोजन होना चाहिए। यह बात भी गलत है कि ऐसा होने से दोनों देशों के बीच मैच का रोमांच और तनाव कम हो जाएगा।”
इंजमाम के अनुसार दोनों देशों के क्रिकेट खिलाड़ियों के बीच संबंध बेहद मधुर हैं और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) अगर चाहे तो खिलाड़ी इसके आयोजन में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
भारत की ओर से मांजरेकर और हरभजन सिंह ने भी दोनों देशों के बीत द्विपक्षीय श्रृंखला की शुरुआत करने का समर्थन किया। हरभजन ने कहा कि इसका सबसे बड़ा फायदा खिलाड़ियों को ही होगा और वह उस दबाव को कम महसूस करेंगे जो अक्सर उन पर एक-दूसरे के खिलाफ खेलने के दौरान हावी होता है।