काठमांडू, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। नेपाल में नया संविधान लागू होने के तीन सप्ताह बाद सोमवार को खडग प्रसाद शर्मा ओली ने नेपाल के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली और आठ सदस्यीय मंत्रिमंडल का गठन किया।
राष्ट्रपति राम बरन यादव ने राष्ट्रपति भवन, शीतल निवास में एक संक्षिप्त समारोह में नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) के अध्यक्ष ओली और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
देश की संसद द्वारा रविवार को प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद ओली ने बिजय कुमार गछाधर और कमल थापा को उप प्रधानमंत्री के रूप में चुना है।
ओली ने दोनों को यह पद इसलिए प्रदान किया क्योंकि रविवार को हुए मतदान में दोनों ने पूर्व प्रधानमंत्री नेपाली कांग्रेस के सुशील कोईराला के खिलाफ ओली को समर्थन दिया था।
थापा नेपाल की एक मात्र राजशाही पार्टी ‘राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी-नेपाल’ के प्रमुख हैं और गछाधर ‘मधेसी अधिकार मंच, प्रजातांत्रिक’ के अध्यक्ष हैं। इस संगठन ने मधेसी समुदाय और नेपाल के दक्षिणी तराई क्षेत्र के लोगों द्वारा जारी संविधान विरोधी आंदोलन से अलग होकर मंत्रिमंडल में शामिल होने का फैसला किया।
थापा विदेश मंत्री का कार्यभार संभालेंगे। वह पूर्व में भी विदेश मंत्री रह चुके हैं। गछाधर को आधारभूत ढांचे और परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
जिन पांच लोगों ने मंत्री के रूप में शपथ ली है, उनमें अग्नि खरल, सत्य नारायण मंडल, सोम पांडे शामिल हैं। इन सभी का संबंध ओली की नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) से है। नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के हरिबोल गजुरेल और थापा की पार्टी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी-नेपाल के राम कुमार सुब्बा भी शपथ लेने वालों में शामिल हैं।
गजुरेल को मंत्रिमंडल में शामिल करने की वजह नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) द्वारा ओली को प्रधानमंत्री पद के चुनाव में समर्थन देना था। माओवादी संसद में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है।
खरेल को कानून, न्याय, संविधान सभा और संसदीय मामलों का मंत्री बनाया गया है। गजुरेल को कृषि विकास मंत्री का पद दिया गया है। पांडे उद्योग मंत्री होंगे।
मंडल और सुब्बा के विभागों का ऐलान अभी नहीं किया गया है।