पठानकोट, 3 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के पठानकोट अड्डे पर श्निवार को हुए आतंकवादी हमले के बाद रविवार को भी खोज और तलाशी अभियान जारी है।
पंजाब के पठानकोट शहर के पास स्थित वायुसेना के एक अड्डे पर आतंकवादियों ने शनिवार तड़के हमला कर दिया था, जिसके बाद सुरक्षा बलों के साथ उनकी लगभग 15 घंटे तक मुठभेड़ चली। सुरक्षा बलों ने इस दौरान चार आतंकवादियों को मार गिराया। माना जा रहा है कि ये आतंकवादी पाकिस्तान की सीमा से दाखिल हुए थे।
इस हमले में वायु सेना के तीन जवान शहीद हो गए, जबकि चार अन्य घायल हो गए।
वायुसेना के अड्डे के भीतर और आस-पास के इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है। इस अभियान में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), वायु सेना, अर्ध सैनिक बल और पंजाब पुलिस सहित अन्य सुरक्षा एजेंसियां शामिल हैं।
वायु सेना के हेलीकॉप्टर भी इस अभियान में शामिल हैं। पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “तलाशी अभियान जारी है। सब कुछ पूरा होने के बाद ही तलाशी अभियान को समाप्त किया जाएगा।”
सुरक्षा एजेंसियां उन लोगों की खोज कर रही हैं, जिन्होंने भारतीय सीमा में घुसने के बाद आतंकवादियों को समर्थन दिया। पाकिस्तान की सीमा यहां से 30 किलोमीटर की दूरी पर है। खुफिया सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी 30-31 को पाकिस्तान की सीमा से भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुए थे।
अधिकारी ने कहा, “जिस इनोवा टैक्सी का इस्तेमाल आतंकवादियों ने भारतीय सीमा से पठानकोट की ओर जाने के लिए किया था, उसके बारे में संदेह है कि उसे पाकिस्तान के एक फोन नंबर से फोन कर बुक किया गया था। इसकी जांच की जा रही है।”
टैक्सी चालक इकगार सिंह (24) की आतंकवादियों ने शुक्रवार को गला रेत कर हत्या कर दी।
आतंकवादियों ने पुलिस अधीक्षक सालविंदर सिंह की महिंद्रा एक्सयूवी कार का भी अपहरण कर लिया और उनके मित्र राजेश कुमार का गला रेत दिया।
खुफिया अधिकारियों ने अनुमान जताया है कि फिदायीन हमले में शामिल आतंकवादी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद (जेईएम) के सदस्य हो सकते हैं।
वायुसेना सूत्रों के अनुसार, मिग-21 बाइसन लड़ाकू जेट, एमआई-35 हेलीकॉप्टर, मिसाइल तथा वायुसेना के अन्य महत्वपूर्ण संसाधन अड्डे के तकनीकी क्षेत्र में सुरक्षित हैं। आतंकवादी अड्डे के तकनीकी क्षेत्र तक नहीं पहुंच पाए, जहां ये संसाधन रखे हुए हैं।
वायुसेना ने नई दिल्ली में जारी एक बयान में कहा कि प्रभावी अभियान और समन्वित प्रयासों के कारण मूल्यवान संपत्तियों को नष्ट करने की आतंकवादियों की साजिश नाकाम कर दी गई।