भुवनेश्वर, 26 जून (आईएएनएस)। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा नेताओं पर किए गए हमले की रविवार को निंदा की और सत्ताधारी पार्टी को चुनौती दी कि वह उनपर हमला कर के दिखाए।
भुवनेश्वर, 26 जून (आईएएनएस)। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा नेताओं पर किए गए हमले की रविवार को निंदा की और सत्ताधारी पार्टी को चुनौती दी कि वह उनपर हमला कर के दिखाए।
पर्रिकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, “मैं देश का रक्षामंत्री हूं। यदि किसी (बीजद) में हिम्मत है तो वह मेरे सामने आए।”
उन्होंने कहा कि ओडिशा सरकार अभी से असुरक्षित महसूस कर रही है, जबकि विधानसभा चुनाव अभी तीन वर्ष दूर है।
पर्रिकर ने कहा, “उनके नीचे की जमीन सरक रही है। वे यह सब भय में कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि बारगढ़ जिले में 24 जून की घटना पूर्वनियोजित थी और वह निंदनीय थी। बीजद के कुछ नेताओं ने कथिततौर पर केंद्रीय मंत्रियों -संतोष गंगवार और साध्वी निरंजन ज्योति- और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के काफिले पर हमला किया था।
तीनों पर उस समय हमला किया गया था, जब वे बारगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विकास उत्सव में हिस्सा लेने जा रहे थे।
केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री रामकृपाल यादव और पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने भी सत्ताधारी बीजद की आलोचना की है।
बिहार की पाटलिपुत्र लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले यादव ने कहा, “यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने देश में कहीं भी इस तरह की घटना कभी नहीं देखी। बारगढ़ में जो भी हुआ वह खुली गुंडागर्दी है।”
उन्होंने कहा कि बिहार में भी कटु राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है, लेकिन वहां भी पार्टियों के बीच गुंडागर्दी नहीं है।
यादव ने कहा, “इस तरह की राजनीति सिर्फ ओडिशा में ही संभव हो सकती है, देश के अन्य किसी हिस्से में नहीं। मैं इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। लोकतंत्र में इस तरह की गुंडागर्दी के लिए कोई स्थान नहीं है।”
प्रधान ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने अलोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाया है।
उन्होंने कहा, “ओडिशा के लोग हमेशा लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भरोसा करते हैं। चप्पल, लाठी, पत्थर और अभद्र भाषा का प्रयोग सरासर अलोकतांत्रिक तरीके हैं। चूंकि उनके नीचे की जमीन सरक रही है, लिहाजा वे अधिनायकवादी बन गए हैं।”
पर्रिकर, यादव और प्रधान ओडिशा में रविवार को आयोजित भाजपा के विकास उत्सव में हिस्सा ले रहे थे।
सत्ताधारी बीजद ने घटना को खारिज कर दिया है।
बीजद सांसद प्रसन्ना आचार्य ने कहा, “किसी पर कोई हमला नहीं हुआ है। मुद्दाहीन भाजपा इसे अनावश्यक रूप से एक मुद्दा बना रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।”
इस बीच भाजपा की राज्य इकाई ने 29 जून को ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया है। भाजपा चार जुलाई को यहां राज भवन के सामने भी विरोध प्रदर्शन आयोजित करेगी।