पटना, 10 फरवरी (आईएएनएस)। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बुधवार को बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति में गिरावट आने का आरोप लगाते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है।
बिहार के जमुई से सांसद ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार सत्ता में आई है, तभी से कानून व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो गई है। बिहार में कोई भी व्यक्ति खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहा है।
लोजपा अध्यक्ष रामविलस पासवान के पुत्र चिराग ने कहा कि हम लोगों ने निर्णय लिया था कि छह महीने तक सरकार के खिलाफ कुछ नहीं बोलेंगे, परंतु अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि न चाहते हुए उनकी पार्टी को इस सरकार के ढाई महीने के बाद ही गिरती हुई विधि व्यवस्था को लेकर टिप्पणी करने और आंदोलन छेड़ने पर विवश होना पड़ा है।
चिराग ने कहा कि बिहार में लगातार घट रही अपराधिक घटनाओं के विरोध में उनकी पार्टी 11 फरवरी को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देगी।
उन्होंने कहा, “बिहार में कानून नाम की अब कोई चीज नहीं रह जाने की स्थिति में यहां राष्ट्रपति शासन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।”
चिराग ने सवालिया लहजे में कहा कि नीतीश कुमार पिछले दस साल से इस प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं और उन्होंने पिछले कार्यकाल के दौरान अपराधियों पर लगाम लगाने के साथ विकास से जुड़े कार्य किए, पर आज क्या वजह है कि राजद के साथ गठबंधन करने के बाद वे चाहकर भी अपराध पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करने वालों को चुनौती देते हुए कहा था कि किसकी मजाल है कि बिहार में कोई राष्ट्रपति शासन लगा दे।