तिरुवनंतपुरम, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। केरल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में भाजपा की राज्य इकाई का गुरुवार को एक दिवसीय केरल बंद पूर्णत: सफल रहा।
इस दौरान दुकानें एवं अन्य प्रतिष्ठान बंद रहे, जबकि कई सरकारी व निजी प्रतिष्ठानों में कर्मचारियों की मौजूदगी भी बेहद कम रही, क्योंकि सड़कों से निजी व सरकारी वाहन व बसें नदारद थीं।
रेलवे स्टेशन से अपने गंतव्यों तक जाने वाले यात्रियों को खासी मुसीबत झेलनी पड़ी, क्योंकि सार्वजनिक वाहन सड़कों से नदारद थे।
कन्नूर में मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के गांव में बुधवार को भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। दो दिनों के दौरान यह दूसरी हत्या है, जबकि मई में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद से लेकर अब तक सात हत्याएं हो चुकी हैं।
बंद के बावजूद विजयन की कैबिनेट ने राज्य सचिवालय में सामान्य साप्ताहिक बैठक की, जहां सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन तथा टेक्नोपार्क परिसर में कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया, ताकि परिसर व वहां के कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
एक सूचना प्रौद्योगिकी अधिकारी ने कहा कि निजी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दी, उधर कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति रोजना की तरह नहीं दिखी।
शहरी इलाकों में हालांकि दोपहिया तथा निजी वाहनों का परिचालन जारी रहा, जबकि ग्रामीण इलाकों की तस्वीर अलग थी।
त्रिशूर तथा राजधानी में प्रदर्शनकारियों ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विज्ञापन की होर्डिग को तोड़कर अपने गुस्से का इजहार किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने सभी जिला मुख्यालयों में विरोध मार्च किया और पिनाराई विजयन के खिलाफ नारे लगाए।