संयुक्त राष्ट्र, 21 फरवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा कि विश्व सामाजिक न्याय दिवस इस दुनिया में रहने वाले सभी लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। यह साल मानव तस्करी के गंभीर संकट और 2.1 करोड़ महिला, पुरुष और बच्चों को आधुनिक दासता की दयनीय स्थिति से उबारने के लिए समर्पित है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, “बंधुआ मजदूरी और मानव तस्करी जैसी समस्याओं से निपटने में अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक संगठन (आईएलओ) जैसी एजेंसियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। हमें इसे बरकरार रखने की जरूरत है। सामाजिक एवं आर्थिक रूप से शोषित वर्ग को पीछे छोड़ देने से हम समेकित एवं सर्वागीण हासिल नहीं कर सकते।”
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2007 में 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस घोषित किया था और सदस्य देशों से इस उद्देश्य की प्राप्ति की दिशा में कदम उठाने का आह्वान किया था।
बान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से एक ऐसे विश्व के निर्माण का आह्वान किया, जहां सभी लोग आजाद, गरिमापूर्ण और समानता का जीवन जी सकें।
बान ने कहा, “यह समय दुनिया भर में सबके लिए समान अधिकार और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित और सुरक्षित करने का अवसर है। इस अभियान का उद्देश्य सामाजिक न्याय को स्थापित करना है।”
आइएलओ के महानिदेशक गाइ राइडर ने कहा, “बंधुआ मजदूरी को किसी भी कीमत पर खत्म करना होगा।”