नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)। लोकसभा में सोमवार को कांग्रेस सदस्यों के विरोध-प्रदर्शन के कारण कार्यवाही तीन बार स्थगित होने के बाद सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंच गए और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन नेताओं के इस्तीफे की मांग की।
लोकसभा से पांच दिनों के लिए निलंबित 25 कांग्रेस सांसद भी निलंबन अवधि समाप्त होने पर सदन में उपस्थित थे। उनके लौटने के साथ ही सदन में पिछले सप्ताह जैसा हंगामा देखने को मिला।
सदन की कार्यवाही सुबह शुरू होते ही लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष की अनुपस्थिति में विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने जिस तरह बयान दिया, वह उचित तरीका नहीं था।
कांग्रेस, कुछ अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर 25 सांसदों के निलंबन के विरोध में निचले सदन का बहिष्कार कर रही थी।
खड़गे ने कहा, “उन्होंने सदन में जिस तरह अपनी बात रखी, वह कतई स्वीकार्य नहीं है। उस वक्त पूरा विपक्ष सदन से बाहर था। उनका यह तर्क कि उन्होंने पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी की मदद मानवीय आधार पर की, स्वीकार्य नहीं है।”
खड़गे और वीरप्पा मोइली एवं के.सी. वेणुगोपाल ने इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया था।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हालांकि कहा कि वह स्थगन प्रस्ताव की अनुमति नहीं देंगी और उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर बाद में चर्चा हो सकती है।
इसके बाद विपक्षी कांग्रेस सदस्य नारे लिखी तख्तियां लेकर अध्यक्ष की आसंदी के करीब इकट्ठा हो गए और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।
सुमित्रा महाजन ने कहा, “मैं आपसे अनुरोध कर रही हूं कि कृपया सदन में नारे लिखी तख्तियां न लाएं। सदन के बीच में जमा न हों।”
इसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई।
दोपहर में जब सदन की बैठक दोबारा शुरू हुई तो उपाध्यक्ष एम. थंबी दुरई ने कुछ आधिकारिक दस्तावेज सदन पटल पर पेश करने के बाद कार्यवाही अपराह्न् 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस सदस्यों के अपनी मांग पर अड़े रहने के कारण थंबी दुरई ने बाद में सदन की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भोजनावकाश के बाद पुन: कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सदस्य फिर अध्यक्ष की आसंदी के करीब जमा हो गए और सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। इसके परिणामस्वरूप थंबी दुरई ने लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।
कांग्रेस पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी की मदद करने के लिए विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग कर रही है। कांग्रेस को इस मुद्दे पर कई अन्य विपक्षी दलों का भी समर्थन हैं।
ललित मोदी के खिलाफ प्र्वतन निदेशालय (ईडी) जांच कर रहा है।