सऊदी अरब 1932 से ही इस्लामिक कैलेंडर का अनुसरण करता आ रहा था।
ग्रेगोरियन कैलेंडर का इस्तेमाल मुख्य रूप से सभी सरकारी विभागों में किया जाएगा, जिसके तहत कर्मचारियों को पहले की तुलना में अब कम वार्षिक वेतन मिलेगा।
गौरतलब है कि इस्लामिक कैलेंडर में ग्रेगोरियन वर्ष की तुलना में लगभग 15 दिन कम हैं।
पिछले सप्ताह मंत्रिमंडल की बैठक में मंत्रियों और शूरा सदस्यों (सलाहकारों) के वेतन में कटौती के फैसले के तहत यह कदम उठाया गया है।
यह खर्च में कटौती पैकेज का हिस्सा है, जिसमें लोक सेवकों के भत्ते और ईनाम भी शामिल हैं।
सऊदी अरब ने वैश्विक बाजारों में तेल की घटती कीमतों के मद्देनजर कई कदम उठाए हैं।