पटना, 24 जून (आईएएनएस)। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने यहां शुक्रवार को कहा कि नीति निर्माण और योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए सही आंकड़े काफी सहायक होते हैं। उन्होंने समय पर विश्वसनीय और पूर्ण आंकड़ों को प्राप्त किए जाने को चुनौती बताते हुए कहा कि हमें सरकारी आंकड़ों और इनके विश्लेषण में खामियों को चिह्न्ति करने की आवश्यकता है।
पटना में स्वयंसेवी संगठन एशियन डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आद्री) की रजत जयंती के मौके पर आयोजित चार दिवसीय संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए अंसारी ने कहा कि सामाजिक क्षेत्र में सांख्यिकी को लेकर समस्याएं होती हैं, परंतु सामाजिक समस्या के समाधान में सांख्यिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
उन्होंने कहा कि विभागों को सही आंकड़ा मिलने से सहूलियत होती है।
आधिकारिक आंकड़ों को लेकर समस्या बने रहने पर चिंता प्रकट करते हुए अंसारी ने कहा कि वर्ष 2001 में रंगराजन रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर वर्ष 2005 में एक ‘राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग’ का गठन किया गया था और सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने वर्ष 2009 में एक नई आंकड1ा नीति और वर्ष 2012 में राष्ट्रीय आंकड़ा सह भाजन और उपलब्धता नीति जारी की थी। इसके बावजूद हमारे आधिकारिक आंकड़ों के संबंध में समस्याएं बनी हुई है।
उन्होंने सरकारी आंकड़ों और इनके विश्लेषण में खामियों को चिह्न्ति कर उसे दूर करने पर भी बल दिया।
इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुशील कुमार मोदी सहित कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे।
इसके पूर्व अंसारी के पटना के जयप्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा पहुंचने पर राज्यपाल कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका स्वागत किया। उपराष्ट्रपति के पटना आगमन को लेकर राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे।