निर्मल(महाराष्ट्र), 15 मई (आईएएनएस)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि अच्छे दिन सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कुछ कारोबारी मित्रों के आए हैं, आम जनता के नहीं।
राहुल ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव को भी आड़े हाथों लिया और उन्हें ‘मिनी मोदी’ करार दिया।
राहुल ने वाडियाल गांव में एक जनसभा को संबोधित करते हुए किसानों को दरकिनार करने और चुनावी वादे पूरे न करने के लिए दोनों नेताओं पर जमकर अपनी भड़ास निकाली।
कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी के पांच से छह व्यवसायी दोस्त हैं और पूरा देश उन्हीं के लिए चलाया जा रहा है।
आदिलाबाद जिले में आर्थिक विपन्नता के कारण खुदकुशी करने वाले किसानों के परिजनों को सांत्वना देने के लिए 15 किलोमीटर लंबी पदयात्रा पूरी करने के बाद राहुल ने कहा, “यह चुनिंदा लोगों की सरकार है। यह शूट-बूट और चुनिंदा उद्योगपतियों की सरकार है।”
अलग राज्य बनने के बाद तेलंगाना के अपने पहले दौरे के दौरान राहुल ने पांच गांवों की यात्रा की, जिस दौरान उन्हें अच्छी प्रतिक्रिया मिली और विपक्षी पार्टी का मनोबल ऊंचा हुआ।
उन्होंने पांच परिवारों को सांत्वना देते हुए प्रत्येक को दो-दो लाख रुपये की सहायता दी।
उन्होंने कहा, “अच्छे दिन जनता के तो नहीं आए, लेकिन मोदी के आए, जो विभिन्न देशों के दौरे कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “एक साल बीत गया। क्या आपने कोई नौकरी पाई जिसका वादा केंद्र में मोदी और तेलंगाना में मिनी मोदी (के.चंद्रशेखर राव) ने किया था।”
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, “मैं जहां कहीं भी जाता हूं, लोग यही कहते हैं कि उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को वोट देकर गलती कर दी।”
उन्होंने कहा कि राजग और तेलंगाना राष्ट्र समिति कह रही है कि वे क्रमश: भारत तथा तेलंगाना में बदलाव लाएंगे, लेकिन वे किसानों को भूल गए, जो वास्तविक बदलाव ला सकते हैं।
भूमि अधिग्रहण विधेयक में प्रस्तावित संशोधन पर राजग सरकार की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार किसानों से जमीन छीनना चाहती है और इसे मोदी के कुछ करीबी उद्योगपतियों को सौंपना चाहती है।
उन्होंने किसानों से कहा, “वे आपकी जमीन छीनना चाहते हैं, क्योंकि जमीन सोना है। आने वाले समय में जमीन की कीमतें काफी बढ़ जाएंगी और यह आपको तथा आपके बच्चों को लाभान्वित करेगी।”
राहुल ने हालांकि, यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी विकास के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, “उद्योगों को आगे आना होगा। उद्योग, किसानों और श्रमिकों के बीच साझेदारी होनी चाहिए। हम सिर्फ पूंजीवादी मित्रवाद के खिलाफ हैं। पूंजीवादी मित्रवाद मतलब हर चीज सिर्फ दो या तीन उद्योगपतियों को सौंप देना है।”
उन्होंने कहा कि राजग सरकार जल्दबाजी में भूमि अधिग्रहण विधेयक पारित करना चाहती है। राहुल ने आरोप लगाया कि यह विधेयक सरकारों को शक्ति देगी, जिससे वह किसानों की मर्जी के बिना उनकी जमीन ले लेंगे। जबकि संप्रग सरकार में किसानों की सहमति अनिवार्य बनाई गई थी।
गांधी ने कहा कि सरकार किसानों को जमीन वापस करने संबंधी प्रावधानों को हटा रही है कि अगर परियोजना अगले पांच सालों में नहीं आती, तब भी जमीन वापस नहीं दी जाएगी।
किसानों से राहुल की मुलाकात को लेकर हो रही आलोचना पर राजग और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि अगर मोदी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव किसानों से मिले होते, तो उन्हें मिलने की जरूरत क्यों पड़ती।
उन्होंने संप्रग सरकार में 70,000 करोड़ रुपये की ऋण माफी और अगले 10 सालों में किसानों को आठ लाख रुपये ऋण देने की घोषणा को याद करते हुए कहा कि बावजूद इसके कृषि ऋण 700 प्रतिशत बढ़ गया है।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि राज्य में पिछले 11 महीनों में 700 किसानों ने खुदकुशी की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एस.जयपाल रेड्डी और वरिष्ठ नेता के.जना रेड्डी, मोहम्मद अली शब्बीर, वी. हनुमंत राव और मल्लू बट्टी विक्रमार्का ने भी सभा को संबोधित किया।