मनीला, 17 नवंबर (आईएएनएस)। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (अपेक) की मंत्रिस्तरीय बैठक यहां मंगलवार को संपन्न हुई। बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नए कदम उठाने पर जोर दिया गया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, बयान में क्षेत्र के लिए 21वीं सदी में क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण एजेंडे को बढ़ावा देने और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की क्षेत्रीय और वैश्विक बाजार में सहभागिता को बढ़ावा देना जारी रखने पर मुख्य जोर दिया गया।
बयान में मानव पूंजी विकास और आत्मनिर्भर समुदाय के लिए निवेश पर भी जोर दिया गया।
मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के अध्यक्ष अल्बर्ट डेल रोसेरिया ने एक बयान में कहा कि सदस्य देशों के मंत्रियों में मानव संसाधन का विकास करने पर सहमति बनी।
रोसेरिया फिलीपींस के विदेश मंत्री भी हैं।
उन्होंने सर्विसिस कॉपरेशन फ्रेमवर्क और स्ट्रैटेजी फॉर स्ट्रेंथनिंग क्वोलिटी ग्रोथ पर सहमति होने को 2015 में अपेक के लिए दो बड़ी उपलब्धि बताया।
आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप ने बैठक में अपने संबोधन में कहा कि छह प्राथमिकता वाले क्षेत्रों -नवाचार, उद्योग प्रासंगिक शिक्षा और प्रशिक्षण, महिलाओं का आर्थिक सशक्तीकरण, ऊर्जा आत्मनिर्भरता, शहरीकरण और अवसंरचना तथा आपदा लचीलापन- पर हमारे फोकस से पूरे क्षेत्र में साझा आर्थिक विकास और समृद्धि आएगी, जो अपेक का मुख्य उद्देश्य है।
मंत्रिस्तरीय बैठक सोमवार को शुरू हुई थी।
बुधवार और गुरुवार को अपेक शिखर बैठक होगी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हे और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को यहां पहुंच चुके हैं।