काबुल, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। तालिबान आतंकवादियों ने अफगानिस्तान में दोबारा बड़े भूभाग पर सत्ता हासिल करने के प्रयास के तहत सरकार के खिलाफ संघर्ष छेड़ने का बुधवार को ऐलान किया। इस अभियान को ‘अज्म’ नाम दिया गया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने संगठन द्वारा भेजे गए संदेश के हवाले से बताया कि तालिबान, अफगानिस्तान सरकार के खिलाफ अपना युद्ध अभियान ‘अज्म’ (प्रतिज्ञा) शुक्रवार, 24 अप्रैल से शुरू कर रहा है।
तालिबान ने अपने बयान में कहा, “यद्यपि विदेशी सुरक्षा बलों ने बीते साल के अंत में ही युद्ध समाप्ति और अफगानिस्तान से जाने की घोषणा की थी, लेकिन अब भी वह देश के भूभाग और वायु क्षेत्र पर अधिकार जमाए हुए हैं और युद्ध की कमान उन्हीं के हाथों में है।”
संगठन ने कहा कि यदि विदेशी सुरक्षा बल अफगानिस्तान में युद्ध का अंत चाहते हैं, तो उन्हें यह जगह छोड़कर चले जाना चाहिए।
अमेरिका और नाटो के नेतृत्व वाली सेना ने दिसंबर 2014 में अफगानिस्तान में अपना मिशन खत्म करने की घोषणा की थी और अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा बल को एक जनवरी से अपने देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद संभालने के लिए कहा था।
रेजोल्युट सपोर्ट (आरएस) मिशन के तहत हालांकि अफगानिस्तान में अब भी 13,000 सैनिक अफगानिस्तान की सेना को प्रशिक्षण और सलाह देने के लिए तैनात हैं।
तालिबान आतंकवादियों ने एक बयान में अफगानिस्तान के नागरिकों और सेना में भर्ती जवानों से सरकारी नौकरी का मोह छोड़कर ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान’ का हिस्सा बनने के लिए कहा। वर्ष 2001 से पहले अफगानिस्तान के बड़े भूभाग पर इसी संगठन का अधिकार था।