वाशिंगटन, 17 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम रोके जाने की पुष्टि होने के बाद ईरान पर लगे प्रतिबंध हटा दिए हैं।
वाशिंगटन, 17 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम रोके जाने की पुष्टि होने के बाद ईरान पर लगे प्रतिबंध हटा दिए हैं।
इस समझौते के क्रियान्वयन से ईरान की लगभग 100 अरब डॉलर की संपत्ति बहाल कर दी जाएगी। इसके साथ ही भारत और अन्य देशों का ईरान के साथ कारोबार करना आसान हो जाएगा।
भारत ने अमेरिका के दबाव में ईरान से तेल के आयात में कटौती कर दी थी, लेकिन इस कदम के बाद भारत अब ईरान से मुक्त रूप से तेल आयात कर सकता है। लेकिन अब भारत को तेल आयात के लिए डॉलर में भुगतान करना होगा।
गौरतलब है कि प्रतिबंधों की वजह से भारत ईरान से तेल भारतीय रुपये में खरीद रहा था। भारत को अब ईरान की बकाया छह अरब डॉलर की अनुमानित राशि का भुगतान करना पड़ेगा।
व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान के मुताबिक, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ईरान पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने बयान जारी कर कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने अपनी जांच में ईरान द्वारा परमाणु संधि के मानदंडों के पूर्ण क्रियान्वयन की पुष्टि की है।
केरी के मुताबिक, “ईरान ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, लेकिन कई लोगों को इसके सफल होने पर संदेह है।”
उन्होंने आगे कहा, “पिछले साल जुलाई में हुए समझौते के बाद अमेरिका और मध्यपूर्व के हमारे मित्र और संबंधी देश और पूरा विश्व सुरक्षित है, क्योंकि इस समझौते के बाद परमाणु हथियारों का खतरा कम हो गया है।”
ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के बदले ईरान को यूरेनियम संवर्धन का स्तर घटाना होगा। ईरान अपने यूरेनियम भंडार और सेंटीफ्यूज के उत्पादन में भी कटौती करेगा।
ईरान द्वारा अमेरिकी कैदियों को रिहा करने के बाद प्रतिबंध हटाए गए हैं। ईरान ने अमेरिका द्वारा सात ईरानी कैदियों को रिहा करने के बदले अमेरिकी कैदियों को रिहा किया है, जिसमें वाशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जैसन रेजायन भी शामिल हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से खड़े कई उम्मीदवारों ने दोनों देशों के बीच कैदियों की इस अदला-बदली की निंदा की, जिसमें रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान को अमेरिका की तुलना में इस समझौते से कुछ अधिक ही मिल रहा है।
ट्रंप ने न्यू हैंपशायर में कहा, “ईरान को अपने छह नागरिक मिल गए और इसके साथ ही उन्हें 150 अरब डॉलर भी मिले और हमें क्या मिला, सिर्फ चार नागरिक।”