मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पूर्वी भूमध्य सागर में 17 जून को अमेरिका का विध्वंसक जहाज रूसी युद्धपोत के करीब आ गया था। यह रूसी युद्धपोत से महज 60-70 मीटर की दूरी पर आया और उसके बाद युद्धपोत के अग्रभाग के सामने से 180 मीटर की खतरनाक दूरी को पार करते हुए आगे बढ़ गया।
बयान में कहा गया कि रूसी युद्धपोत अंतर्राष्ट्रीय जल सीमा में सामान्य रूप से चल रहा था। उसकी तरफ से किसी तरह की खतरनाक पैंतरेबाजी नहीं की गई थी।
मंत्रालय ने अमेरिकी पोत के कमांडर और उसके कर्मियों पर अंतर्राष्ट्रीय नियमों और समुद्री संघर्ष से बचने के लिए रूस-अमेरिका द्वारा 1972 में हस्ताक्षरित अंतर-सरकारी समझौते के ‘घोर उल्लंघन’ का आरोप लगाया है।