गुवाहाटी, 29 सितम्बर (आईएएनएस)। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को मानहानि के एक मामले में गुवाहाटी की स्थानीय अदालत में पेश हुए।
कामरूप जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में पेश होने के बाद कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश को बांटना चाहता है और मेरी लड़ाई उनके खिलाफ है। मैं डरता नहीं हूं और गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी।”
आरएसएस के एक स्वयंसेवक ने पिछले साल गांधी के खिलाफ एक मामला दायर किया था। सीजेएम की अदालत ने इस मामले में विभिन्न गवाहों की जांच के बाद राहुल को 29 सितंबर को अदालत में पेश होने को कहा था।
राहुल ने कहा, “वे (भाजपा) उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए मेरी 30 दिनों की यात्रा में व्यवधान डालना चाहते हैं। यही कारण है कि मेरे खिलाफ ऐसे मामले दर्ज किए जा रहे हैं।”
मामला राहुल की पिछले साल 12 दिसंबर को बारपेटा सात्रा की यात्रा को लेकर है। राहुल 16वीं सदी के बारपेटा सात्रा का दौरा करने वाले थे, लेकिन उन्होंने इसमें शामिल न होने का निर्णय लिया और इसके बदले उन्होंने एक रैली में हिस्सा लिया था।
बाद में उन्होंने नई दिल्ली में मीडिया से कहा कि आरएसएस के कुछ कार्यकर्ताओं ने उन्हें सात्रा में प्रवेश करने नहीं दिया।
स्वयंसेवक ने घटना में आरएसएस की भूमिका से इनकार करते हुए राहुल के खिलाफ आरएसएस की छवि धूमिल करने के लिए मानहानि का मामला दर्ज कराया था।