नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद्मश्री डॉ. ए. मरतड पिल्लई और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के ऑनरेरी सेक्रेटरी जनरल पद्मश्री डॉ. के.के. अग्रवाल ने यूनेस्को चेयर इन बायोएथिक्स हाइफा के साथ एक करार (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) किया है।
प्रतिनिधत्व यूनेस्को चेयर इन बायोएथिक्स हाईफा के बायोएथिक्स प्रोग्राम के एशिया पैसेफिक के प्रमुख प्रोफेसर रस्सल डीसूजा कर रहे हैं।
इस पहल के तहत आईएमए मेडिकल पेशेवरों में ज्ञान के विस्तार के लिए बायो-एथिक्स के मानक मोड्यूल तैयार करेगा। आईएमए इसके जरिए राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर आईएमए बायो-एथिक्स चेयर और आईएमए-यूनेस्को चेयर इन बायो-एथिक्स हाईफा भी बनाएगा।
इसके पहले पड़ाव के तहत 34 चेयरज की स्थापना की जाएगी।
डॉ. पिल्लई और डॉ. अग्रवाल ने बताया कि इस पहल के तहत आईएमए ये कदम उठाने जा रहा है :
* ढाई लाख सदस्यों को बायो-एथिक्स नियमों के बारे में जागरूक करना।
* हर सीएमआई लेक्च र में बायो-एथिक्स को शामिल करना।
* हर लेक्च र की आखरी तीन स्लाईड्स में यह बताया जाएगा कि क्या नैतिक है, क्या अनैतिक है और क्या नैतिक नहीं है।
* क्या करने से डॉक्टर अनैतिक कार्य में लिप्त हो जाता है, इसकी जानकारी देने के लिए एक श्वेतपत्र जारी किया जाएगा।