चेन्नई, 2 मार्च (आईएएनएस)। उत्पाद इंस्पेक्टर राज आने के डर से तमिलनाडु और पुदुच्चेरी के करीब 35 हजार आभूषण निर्माताओं ने बुधवार से तीन दिन तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का फैसला किया है। यह जानकारी ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
कारोबारी आम बजट में प्रस्तावित एक फीसदी उत्पाद शुल्क का विरोध कर रहे हैं।
जीजेएफ के दक्षिण क्षेत्र के अध्यक्ष एन. अनंथ पद्मनाभन ने बुधवार को आईएएनएस से कहा, “यदि सरकार हमारे उद्योग से कर वसूली बढ़ाना चाहती है, तो वह मूल्य वर्धित कर (वैट) या सीमा शुल्क बढ़ा सकती है, पर उत्पाद शुल्क न बढ़ाए।”
उन्होंने कहा कि सरकार की नजर एक फीसदी उत्पाद शुल्क पर नहीं है, बल्कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की प्रस्तावित व्यवस्था के तहत छह फीसदी कर दर पर है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनुशासन, समय पाबंदी और व्यापार की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार के हर कार्यालय में बैठे नहीं रह सकते हैं। उत्पाद अधिकारियों का रवैया जैसे का तैसा बना रहेगा और (हमें) गैर जरूरी उत्पीड़न का सामना करना पड़ेगा।”
पद्मनाभन ने कहा, “स्वर्ण नियंत्रण अधिनियम के दिनों में हमें उत्पाद अधिकारियों के उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था।”
उनके मुताबिक सीमा शुल्क बढ़ाने से सोने की तस्करी बढ़ सकती है।
पद्मनाभन ने कहा कि इस हड़ताल से करीब 600-700 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित होगा।