बैंकाक, 27 फरवरी (आईएएनएस)। इंडोनेशिया के 500 से अधिक लोग इराक और सीरिया में पांव पसार चुके आतंकवादी समूह, इस्लामिक स्टेट (आईएस) के साथ जुड़ चुके हैं और इन्हें रोकने के लिए अधिकारियों ने कोई भी एहतियाती कदम नहीं उठाया है। यह जानकारी देश की सबसे बड़ी मुस्लिम संस्था ने दी है।
नदलतुल उलेमा के प्रमुख अकील सिराज ने गुरुवार को इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विदोदो के साथ मुलाकात के बाद ‘कंपास डॉट कॉम’ को बताया कि तकरीबन 514 लोग इस्लामिक स्टेट में शामिल हो चुके हैं।
‘जकार्ता पोस्ट’ समाचार पत्र की रपट के मुताबिक, सिराज ने कहा कि राष्ट्रपति ने जिहादी समूह से जुड़ने वालों की बढ़ती संख्या पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया है।
देश की खुफिया सेवा द्वारा जारी एक रपट में खुलासा हुआ है कि इंडोनेशिया में आईएस की गतिविधियों पर प्रतिबंध है, बावजूद इसके देश में जिहादी समूह का भूमिगत नेटवर्क है जो कि देश में चारों ओर फैल रहा है। यह नेटवर्क लोगों को आईएस के लिए भर्ती करने और इसके लिए लोगों को राजी करने का काम करता है।
राष्ट्रपति ने कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई में मुस्लिम संगठनों का समर्थन मांगा है और आईएसआईएस को आपराधिक समर्थन देने वालों और आज्ञा का पालन न करने वालों की नागरिकता रद्द करने की धमकी दी है।
सिराज के मुताबिक, ज्यादार इस्लामिक देशों ने राष्ट्रपति से कहा है कि वह आईएस और कट्टरपंथियों के खिलाफ लड़ाई में इंडोनेशिया को आगे लाएं।
इंडोनेशिया को विश्व में सर्वाधिक मुस्लिम आबादी वाले राष्ट्र के रूप में जाना जाता है। यहां पर 20 करोड़ मुस्लिम रहते हैं जिनमें से ज्यादातर सुन्नी हैं।