बेंगलुरू, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। सॉफ्टवेयर क्षेत्र की प्रमुख कंपनी, इंफोसिस ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर में राजस्व में मजबूत वृद्धि से उत्साहित होकर सोमवार को इस वित्त वर्ष 2015-16 के लिए अपना आय अनुमान भारतीय लेखा मानक के तहत रुपये के संदर्भ में दो प्रतिशत बढ़ा दिया।
इंफोसिस ने यहां जारी एक बयान में कहा, “हमने इस वित्त वर्ष 2015-16 के लिए अपना समेकित राजस्व अनुमान रुपये में 11.5-13.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 13.1-15.1 प्रतिशत कर दिया है। लेकिन डॉलर में इसे 7.2-9.2 प्रतिशत से घटाकर 6.4-8.4 प्रतिशत कर दिया है।”
इंफोसिस ने पिछले वित्त वर्ष 2014-15 में 53,319 करोड़ रुपये या 8.7 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया था। यह वर्ष दर वर्ष आधार पर रुपये के संदर्भ में 6.4 प्रतिशत अधिक था और डॉलर के संदर्भ में 5.6 प्रतिशत।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2016 की बाकी अवधि के लिए विनिमय दर को जुलाई के 63.65 रुपये प्रति डॉलर से बढ़ाकर 65.59 रुपये प्रति 1.95 डॉलर कर दिया।
इसके पहले कंपनी ने समीक्षाधीन दूसरी तिमाही के लिए वर्ष दर वर्ष आधार पर 9.8 प्रतिशत वृद्धि और क्रमिक तौर पर 12 प्रतिशत वृद्धि के साथ 3,398 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को दी गई एक नियमित सूचना में इंफोसिस ने कहा है कि भारतीय लेखा मानक के तहत दूसरी तिमाही में कंपनी का समेकित राजस्व वर्ष दर वर्ष आधार पर 17.2 प्रतिशत और क्रमिक रूप से 8.9 प्रतिशत वृद्धि के साथ 15,635 करोड़ रुपये रहा।
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिग मानक (आईएफआरएस) के तहत कंपनी ने शुद्ध आय वर्ष दर वर्ष आधार पर 1.6 प्रतिशत और क्रमिक रूप से नौ प्रतिशत वृद्धि के साथ 51.90 करोड़ डॉलर रहा और कुल राजस्व वर्ष दर वर्ष आधार पर 8.9 प्रतिशत और क्रमिक रूप से छह प्रतिशत वृद्धि के साथ 2.4 अरब डॉलर रहा।
इंफोसिस के मुख्य संचालन अधिकारी यू.बी. राव ने एक बयान में कहा, “दूसरी तिमाही के दौरान हमले हर मद में एक मजबूत वृद्धि दर्ज की, जो हाल ही में सेवा को अलग-अलग करने, ग्राहक तलाश में वृद्धि और बड़े सौदे हासिल करने पर खास ध्यान दिए जाने के बारे में की गई पहलों के कारण संभव हो सका है।”