संयुक्त राष्ट्र, 26 सितम्बर (आईएएनएस)। इराक में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा नियंत्रित क्षेत्रों में फंसे लोगों सहित देश में लगभग एक करोड़ लोगों को 2015 के अंत तक किसी न किसी तरह की मानवीय सहायता की आवश्यकता होगी।
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा, इराक में जनवरी 2014 से अबतक कोई 32 लाख लोग अपने घर-बार छोड़कर भाग गए हैं। और अबतक एक अनुमान के मुताबिक 86 लाख लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, दुजारिक ने कहा, “पिछले साल से संकट बढ़ गया है। दानदाताओं के अभाव के कारण हैजे का प्रकोप बढ़ गया है, बुनायादी सेवाएं ठप हैं और खाद्यान्न व जलापूर्ति ठीक से नहीं हो पा रही है।”