Friday , 17 May 2024

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इसरेा सिंगापुर के 6 उपग्रहों का आज करेगा प्रक्षेपण

चेन्नई, 16 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा सिंगापुर के छह उपग्रहों के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती जारी है। इन उपग्रहों का प्रक्षेपण पोलर सेटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी) के माध्यम से आज बुधवार को किया जाएगा। अंतरिक्ष केंद्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को इसकी जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया, इन उपग्रहों की उलती गिनती बिना किसी परेशानी के सुचारु रूप से चल रही है। शाम छह बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 80 किलोमीटर दूर इनका प्रक्षेपण किया जाएगा।

इन 6 उपग्रहों के प्रक्षेपण के अलावा इसरो राकेट के इंजन की योग्यता की भी जांच करेगा। तकनीकी तौर पर कहें, तो भारत बहुभागी रॉकेट इंजन का परीक्षण करने जा रहा है।

अंतरिक्ष विभाग के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “उपग्रहों को अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित करने के लिए रॉकेट इंजन को रिस्टार्ट और बंद करने की प्रक्रिया पूरी की जाती है।

एक ही रॉकेट से कई उपग्रहों का प्रक्षेपण इसरो के लिए नई बात नहीं है। वह इससे पहले भी यह कर चुका है। लेकिन एक ही रॉकेट से कई उपग्रहों को अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित करने की क्षमता उसके पास नहीं है।

यह प्रयोग इसरो अपने साथ ले जा रहे छह उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने के बाद करेगा।

इस उद्योग के एक विशेषज्ञ ने आईएएनएस को बताया, “किसी भी रॉकेट को बंद करने के बाद शीघ्र ही उसे दोबारा शुरू करना एक जटिल तकनीक है। जिसमें हमें महारत हासिल करनी होगी। रॉकेट इंजन के सक्रिय होते ही बहुत तेज गर्मी उत्पन्न होती है। इस ऊष्मा से बचने के लिए रॉकेट को अंतरिक्ष में पहले बंद कर थोड़ा ठंडा किया जाएगा फिर शीघ्र ही इसे दोबारा शुरू किया जाएगा।”

विशेषज्ञ के अनुसार, रॉकेट को बंद करने और चालू करने की यह प्रक्रिया संचार उपग्रहों के इंजन से बिलकुल अलग है। संचार उपग्रहों के इंजन में यह अंतराल कुछ दिनों में पूरा होता है। लेकिन रॉकेट की स्थिति में यह प्रक्रिया मात्र घंटों में पूरी होगी। रॉकेट के ठंडा होने की स्थिति परीक्षण की सबसे जटिल हिस्सा होती है। पीएसएलवी इंजन का पुनरारंभ उड़ान के 67वें मिनट में या इंजन बंद होने के 50 मिनट बाद किया जाएगा।

प्रक्षेपित किए जाने वाले इन उपग्रहों में सर्वाधिक वजनी पृथ्वी की निगरानी करने वाला ‘टेलीयॉस’ उपग्रह 400 किलोग्राम का है। रॉकेट में मुख्य स्थान हासिल करने की वजह से इसरो ने इस मिशन का नाम टेलीयॉस मिशन रख दिया है।

अन्य पांच उपग्रहों में वेलीयॉक्स-सी 1, वेलीयॉक्स2, केंट रिज-1, गैलेसिया और एथेनोसैट-1 शामिल हैं।

यह मिशन इसरो का इस साल 2016 का आखिरी मिशन है।

इस वर्ष इसरो ने श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण स्थल से 14 उपग्रहों को लांच किया, जिनमें तीन उपग्रह भारत के और 11 दूसरे देशों के थे। इनमें से 13 उपग्रहों को जहां पीएसएलवी प्रक्षेपण यान द्वारा लांच किया गया, वहीं एक संचार उपग्रह ‘जीसैट-6’ को भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) के जरिए प्रक्षेपित किया गया।

पिछले ही महीने इसरो ने एक भारतीय संचार उपग्रह जीसैट-15 को यूरोपियन स्पेस एजेंसी द्वारा निर्मित एरियन रॉकेट के जरिए प्रक्षेपित किया था। इसे मिलाकर इस वर्ष भारत द्वारा प्रक्षेपित किए जाने वाले उपग्रहों की कुल संख्या 21 हो जाती है।

इसरेा सिंगापुर के 6 उपग्रहों का आज करेगा प्रक्षेपण Reviewed by on . चेन्नई, 16 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा सिंगापुर के छह उपग्रहों के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती जारी है। इन उपग्रहों का प्रक्षेपण चेन्नई, 16 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा सिंगापुर के छह उपग्रहों के प्रक्षेपण की उल्टी गिनती जारी है। इन उपग्रहों का प्रक्षेपण Rating:
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