अर्ध सरकारी समाचार एजेंसी मेहर के मुताबिक, जरीफ ने कहा, “यहूदी और सऊदी अरब जैसे दुश्मन (अंतर्राष्ट्रीय) बैंकों को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि ईरान निवेश के लिए सुरक्षित नहीं है, लेकिन हमें दुनिया को यह वास्तविकता बतानी होगी कि ईरान वैश्विक बाजार में सबसे सुरक्षित और आकर्षक बाजार है।”
उन्होंने कहा कि विदेशों में जब्त किए गए ईरान की वित्तीय संपदा के उपयोग की अनुमति दे दी गई है और विदेशी बैंक ईरानी बैंकों के साथ फिर से संबंध मजबूत कर रहे हैं।
जनवरी में ईरान परमाणु समझौता ‘जॉइंट कंप्रीहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन’ (जेसीपीओए) के लागू होने के बाद से ही वैश्विक कंपनियों न विभिन्न क्षेत्रों में ईरान के साथ सहयोग के लिए कई दौर की वार्ता की है।
ईरान ने जहां वैश्विक निवेश का स्वागत करने की घोषणा की है, वहीं वैश्विक कंपनियां देश में निवेश करने को लेकर सकुचा रही हैं, क्योंकि उन्हें इस बात का डर है कि ईरान और अमेरिका के खट्टे संबंध के कारण उन्हें ईरान में विरोध का सामना करना पड़ सकता है।