इस्लामाबाद, 18 जून (आईएएनएस)। तोरखम सीमा चौकी पर एक प्रवेश द्वार के निर्माण को लेकर इस्लामाबाद और काबुल के बीच व्याप्त तनाव के बीच पाकिस्तान अवैध व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए ईरान के साथ लगी देश की सीमा पर ताफ्तान में एक प्रवेश द्वार का निर्माण कर रहा है।
‘डॉन ऑनलाइन’ की रपट के मुताबिक, फ्रंटियर कोर्प्स सेक्टर के कमांडर ब्रिगेडियर खालिद बेग और बलूचिस्तान सीमा शुल्क विभाग के कलेक्टर सईद अहमद जदून ने शुक्रवार को चगई जिले में ताफ्तान में ‘पाकिस्तान गेट’ का शिलान्यास किया।
इस प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य दो महीने में पूरा होगा और इस पर 1.5 करोड़ रुपये की लागत आएगी। देश के स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) के मौके पर इसका उद्घाटन किया जाएगा।
ईरान पहले ही सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी जहेदान के मीर जावा में अपनी सीमा के भीतर एक व्यापार द्वार का निर्माण कर चुका है और पाकिस्तान से भी अपनी सीमा में ऐसे ही एक द्वार के निर्माण की मांग करता रहा है।
ईरान ने पाकिस्तान के साथ सटी अपनी सीमा में विभिन्न स्थानों पर 10 फुट ऊंची दीवारें भी बनवाई हैं।
ताफ्तान समारोह में बेग ने कहा कि द्वार के निर्माण का मकसद सीमा प्रबंधन को अधिक प्रभावशाली बनाना है।
उन्होंने कहा कि व्यापार द्वार से हजारों व्यापारी और पर्यटक पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर सकेंगे।
जदून ने कहा कि यह द्वार सीमा पर देश का प्रतीक होगा।
उन्होंने कहा कि हालांकि पाकिस्तान को सीमा प्रबंधन सुधारने के लिए द्वार की जरूरत थी, लेकिन साथ ही ईरानियों ने भी इसके लिए आग्रह किया था। इससे सीमा के दोनों ओर अवैध व्यापार रोकने में मदद मिलेगी।
सरकार तीर्थयात्रा के लिए ईरान और इराक जाने वालों की सुविधाओं के लिए ताफ्तान में एक ‘पाकिस्तान हाउस’ का भी निर्माण कर रहा है।
चगई के आयुक्त कादिर बक्श पिरकनी ने कहा, “पाकिस्तान हाउस का निर्माण प्रगति पर है और यह जल्द ही पूरा हो जाएगा।”