नई दिल्ली, 9 सितम्बर (आईएएनएस)। पिछले महीने ब्राजील की मेजबानी में खेले गए ओलम्पिक खेलों में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाली महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि उन्हें मजबूत बनाने में पदकों का उतना योगदान नहीं है, जितना उपलब्धियों को हासिल करने के लिए तय किए गए सफर ने।
साक्षी ओलम्पिक में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान हैं। उन्होंने जबरदस्त अंदाज में पासा पलटते हुए अंतिम समय पर 8-5 से जीत हासिल कर पदक पर कब्जा जमाया था।
साक्षी ने कहा कि उन्होंने ओलम्पिक खेलों में जो हासिल किया पदक उसका सम्मान है।
वुमेन ट्रॉसफॉर्मिग इंडिया अवार्डस में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं साक्षी ने कहा, “मैंने जब पिछले महीने ओलम्पिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान होने का गौरव हासिल किया तो काफी लोगों ने मुझे विशेष और असाधारण महिला कहा। लेकिन यह सिर्फ मेरा पदक नहीं है, बल्कि इस मुकाम तक पहुंचने की मेरी तपस्या है जिसने मुझे मजबूत बनाया है।”
रोहतक की रहने वाली इस पदकधारी पहलवान ने कहा, “एक महिला के तौर पर मैंने जो हासिल किया है मेरा पदक उसका सम्मान है।”