वहीं रविवार सुबह नदी किनारे फिर मगरमच्छ के बच्चे देखे गए, जिनमें से एक को ग्रामीणों की मदद से वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया।
बीती 21 अगस्त को नदी किनारे भीषमपुर गांव के समीप ग्रामीणों की सूचना पर सात फीट लंबे मगरमच्छ को पकड़ा था। जबकि अन्य मगरमच्छों को पकड़ने के लिए कानपुर से आई एक्सपर्ट टीम ने सिकंदरपुर गांव के समीप दो दिन से शिकारी पिंजड़ा लगाया है। लेकिन मगरमच्छ का आतंक नहीं थम रहा है।
चंद्रप्रभा नदी किनारे बझौली गांव में रविवार की सुबह खेतों से होते हुए लगभग दो किमी दूर दो मगरमच्छ के बच्चे पहुंच गए। इससे ग्रामीणों में भगदड़ मच गई। ग्रामीणों ने चारों तरफ से घेराबंदी कर जब पकड़ने का प्रयास किया तो एक मगरमच्छ का बच्चा पास ही के तालाब में भाग निकला।
दूसरा लगभग तीन फीट लंबा मगरमच्छ पकड़ा गया। वन दरोगा अखिलेश चौबे ने मगरमच्छ को कब्जे में लेकर चंद्रप्रभा डैम में छोड़ दिया। वहीं दूसरे मगरमच्छ की तलाश जारी है।