राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए पहली बार खास सॉफ्टवेयर तैयार कराया है, जिसमें सुरक्षाकर्मियों का पूरा ब्योरा उपलब्ध होगा। सॉफ्टवेयर की मदद से ही सुरक्षाकर्मियों को उनके ड्यूटी कार्ड पिंट्र करके दिए जा रहे हैं। डेढ़ लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों का ब्योरा सॉफ्टवेयर में अपलोड किया जा चुका है। दूसरी ओर केन्द्र सरकार ने उप्र को 20 कंपनी सीपीएमएफ उपलब्ध करा दी है, जो रात तक प्रदेश में अपनी आमद करा लेगा।
आईजी कानून-व्यवस्था ए. सतीश गणेश ने बताया कि पहले चरण के मतदान के लिए प्रदेश में 20605 मतदान केन्द्र व 46584 बूथ बनाए गए हैं। डीजीपी कंट्रोल रूम में लगातार मॉनीटरिंग के लिए पांच राजपत्रित अधिकारियों की ड्यूटी लगायी गयी है।
दूसरी ओर प्रमुख सचिव गृह देबाशीष पण्डा की अध्यक्षता में हुई पंचायत चुनाव की तैयारियों की समीक्षा बैठक में मदिरा के अवैध कारोबार एवं मदिरा की तस्करी रोकने के लिये मजिस्ट्रेट, पुलिस, राजस्व कार्मिकों एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम बनाकर सघन चेकिंग अभियान चलाये जाने के निर्देश दिये गये हैं।