इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में पीआईएल जानीमानी सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने दायर की है।
याची ने एक पूरक शपथपत्र के माध्यम से कई नए तथ्य दाखिल किए। इस शपथपत्र में मुख्य रूप से उन तमाम कंपनियों की महत्वपूर्ण जानकारियां हैं, जिन्हें यादव सिंह ने अपनी पत्नी और अन्य लोगों की सहायता से खड़ा कर उनके जरिये फर्जी काम किए। साथ ही इन कंपनियों के कई ऐसे महत्वपूर्ण अकाउंट नंबर की जानकारी प्रस्तुत की गई, जिनमें सीधे नोएडा प्राधिकरण से पैसे डाले गए हैं।
शपथपत्र में इन फर्जी कंपनियों में पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के भाई आनंद कुमार और उनकी पत्नी विचित्रलता की भूमिका का भी विशेष उल्लेख किया गया है।
उल्लेखनीय है कि आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर आयकर विभाग ने हाल ही में छापेमारी कर यादव सिंह के आवास से करोड़ों की संपत्ति का दस्तावेज बरामद किया है। यह भी कहा जा रहा है कि यादव सिंह अपनी काली कमाई सिंगापुर के बैंक में जाकर छिपाता था। आयकर विभाग इस संबंध में सबूत जुटा रहा है। अपने दफ्तर से लगातार गैरहाजिर रहने वाले यादव सिंह को निलंबित घोषित किया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।