पार्टी सूत्रों के मुताबिक, आठ लोगों की टीम में एक जोन प्रभारी भी होगा। हर जोन में 50-50 विधानसभा क्षेत्र होंगे। इनकी सीधी जिम्मेदारी निर्मल खत्री की होगी और यह सब राहुल गांधी को रिपोर्ट करेंगे।
राहुल गांधी के इस कदम को सीधे-सीधे 2017 विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिहाज से देखा जा रहा है। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से कांग्रेस को कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी निराश हाथ लगी है। अगर बिहार को छोड़ दिया जाए तो पार्टी कहीं भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। बिहार में महागठबंधन में रहने से पार्टी की इज्जत बच गई। लेकिन पार्टी ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह उप्र में किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
नई टीम के ऐलान के बाद नए सिस्टम में प्रदेश अध्यक्ष ही जोनल अध्यक्षों के काम काज बंटवारा करेंगे, जबकि जोनल अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष के साथ-साथ सीधे राहुल गांधी को भी रिपोर्ट कर सकेंगे।