सियोल, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। हाथ धोने के लिए साधारण साबुन का इस्तेमाल भी उतना ही प्रभावशाली है, जितना कि एंटी बैक्टीरियल साबुन। यह दावा एक नए शोध में किया गया है।
यह अध्ययन सियोल में कोरिया विश्वविद्यालय के मिन सुक ही के नेतृत्व में किया गया, जिसके नतीजे ‘जर्नल ऑफ एंटी माइक्रोबियल कीमोथेरेपी’ में प्रकाशित किए गए हैं।
प्रमुख अध्ययनकर्ता मिन सुक ही ने कहा, “एंटी बैक्टीरियल साबुनों के प्रभाव संबंधी विज्ञापनों और उपभोक्ताओं की मान्यता को बदलना जरूरी है।”
शोधकर्ताओं ने एंटी बैक्टीरियल साबुनों के एक मुख्य घटक ‘ट्राइक्लोसन’ के प्रभाव का परीक्षण किया। शुरुआती परीक्षण में 20 बैक्टीरियल स्ट्रेनों के खिलाफ ट्राइक्लोसन के प्रभाव की जांच की गई।
दूसरे परीक्षण में शोधकर्ताओं ने 16 स्वस्थ वयस्कों के हाथों से बैक्टीरिया को हटाने के लिए एंटीबैक्टीरियल और साधारण साबुन के प्रभाव की तुलना की।
शोध से ज्ञात हुआ कि वास्तविक स्थितियों में साधारण साबुन और एंटी बैक्टीरियल साबुन के प्रभाव में कोई विशेष अंतर नहीं था।
वैज्ञानिकों ने मनुष्यों के हाथ धोने की स्थितियों को फिर से पैदा करने के लिए बैक्टीरिया को 22 डिग्री सेल्सियस और 40 डिग्री सेल्सियस पर 20 सेकंड के लिए संपर्क में रखा।
नौ घंटों के बाद विशेष प्रभाव दिखाई दिए, लेकिन हाथ धोने के लिए जरूरी अल्प समय के दौरान यह प्रभाशाली साबित नहीं हुआ।