श्रीनगर, 23 अगस्त (आईएएनएस)। भारत और पाकिस्तान के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की वार्ता रद्द होने पर जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मुहम्मद सईद ने रविवार को निराशा जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गतिरोध जल्द टूटेगा।
सईद ने एक बयान में वार्ता के अचानक रद्द होने पर निराशा जताई और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वार्ता में गतिरोध जल्द टूटेगा। उन्हें उम्मीद है कि रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ ने अपनी शानदार सहमति से रिश्तों में जो गरमाहट पैदा की थी, उसे यूं ही बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों पड़ोसी जल्द ही फिर अर्थपूर्ण संवाद की दिशा में बढ़ेंगे और रिश्ते को सामान्य बनाने के रास्ते में मौजूद बाधाओं को हटाने के लिए भारत ने जो कदम उठाए हैं, पाकिस्तान भी उनपर अनुकूल जवाब देगा।
सईद ने बयान में कहा है कि सीमावर्ती राज्य होने की वजह से जम्मू एवं कश्मीर के लिए आंतरिक और बाह्य शांति स्थायित्व और विकास के लिए बहुत जरूरी है। इसी वजह से आखिरी समय में एनएसए स्तर की वार्ता रद्द होना बेहद निराश करने वाला है।
उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान के रिश्ते में जिस तरह के नए-नए आयाम जुड़े हैं, उसे देखते हुए एनएसए स्तर की वार्ता में सभी मुद्दों को शामिल करने की बात सही नहीं कही जा सकती।
उन्होंने कहा, “नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी और साथ में आतंकवाद की कुछ घटनाएं सिर्फ राज्य के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए चिता का विषय हैं।”
सईद ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में कड़वाहट का खामियाजा सबसे ज्यादा जम्मू एवं कश्मीर को भुगतना पड़ रहा है। लगातार होने वाली झड़पों और आतंकवाद की सबसे बुरी मार इसी राज्य को झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर और इसके लोग क्षेत्र में लगातार अस्थिरता की वजह से होने वाले भारी नुकसान को वहन नही कर सकते।”