गुरुवार को जारी एक बयान में पीड़ित यात्रियों के परिजनों के एक समूह ने तलाशी अभियान में शामिल सभी पक्षों से तलाशी तेज करने की अपील की है। वहीं हिंद महासागर के द्वीप ला रियूनियो पर मिले मलबे की जांच की जा रही है।
उन्होंने मलेशिया से मांग की है कि चीनी पीड़ितों के परिजनों के लिए सहायता केंद्र फिर से खोला जाए, जिसे सात मई को बंद कर दिया गया था। उन्होंने किसी अन्य पक्ष से विमान के लापता होने के मामले की जांच की निगरानी करने की भी मांग की है।
उल्लेखनीय है कि मलेशिया एयरलाइंस के एक बोइंग777 विमान ने आठ मार्च, 2014 को 239 यात्रियों के साथ कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन वह बीच रास्ते में ही लापता हो गया था। इसके बाद विमान की काफी खोजबीन की गई, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया।
मलेशिया एयरलाइंस ने गुरुवार को कहा मलबे के स्रोत के बारे में कयासबाजी अभी जल्दबाजी होगी। वहीं मलेशिया सरकार ने कहा कि उसने मलबे की जांच के लिए एक दल भेजा है, जो पता लगाएगा कि मलबा लापता विमान एमएच370 का है या नहीं।