नई दिल्ली, 27 अगस्त (आईएएनएस)। वन रैंक वन पेंशन के लिए आंदोलन कर रहे पूर्व सैनिकों को उम्मीद है कि उनकी मांगों पर हो रही बातचीत का जल्द ही कोई नतीजा सामने आएगा।
नई दिल्ली, 27 अगस्त (आईएएनएस)। वन रैंक वन पेंशन के लिए आंदोलन कर रहे पूर्व सैनिकों को उम्मीद है कि उनकी मांगों पर हो रही बातचीत का जल्द ही कोई नतीजा सामने आएगा।
विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा पूर्व सैनिकों से बातचीत कर रहे हैं।
पूर्व सैनिकों के मंच के प्रवक्ता अवकाश प्राप्त कर्नल अनिल कौल ने आईएएनएस से कहा, “हमें उम्मीद है कि नतीजा जल्द ही सामने आएगा।”
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि सरकार चाहती है कि पेंशन के लिए 2011 को आधार वर्ष बनाया जाए जबकि पूर्व सैनिक चाहते हैं कि यह 2014 के स्तर का होना चाहिए। साथ ही वे सालाना तीन फीसदी की बढ़ोतरी भी चाहते हैं लेकिन सरकार इसके लिए राजी नहीं है।
साथ ही सरकार चाहती है कि भुगतान पहली अप्रैल 2015 से किया जाए। हालांकि पहले यह तारीख पहली अप्रैल 2014 थी।
अगर ओआरओपी पर अमल 2014 से होता है तो सरकार को पूर्व सैनिकों को 12,000 करोड़ का एरियर भी देना होगा।
सरकारी हलकों में भी इन तमाम मुद्दों पर लगातार बात हो रही है, साथ ही पूर्व सैनिकों से भी इन पर बात की जा रही है।
इस बीच पूर्व सैनिक अवकाश प्राप्त कर्नल पुष्पेंद्र सिंह और अवकाश प्राप्त हवलदार अशोक चव्हाण अस्पताल से ही अपनी भूख हड़ताल जारी रखे हुए हैं।
भूख हड़ताल पर बैठे अवकाश प्राप्त हवलदार मेजर सिंह की भी हालत बिगड़ी है लेकिन वह जंतर मंतर पर ही डटे हुए हैं। उनके लिए वहीं पर मेडिकल इंतजाम किए गए हैं।
बुधवार को अवकाश प्राप्त कमांडर ए.के.शर्मा और शहीद लांस नायक सुनील कुमार यादव के पिता सनवाल राम यादव भी भूख हड़ताल पर बैठ गए।