मिरियम बग्र्यूस
मिरियम बग्र्यूस
वाशिंगटन, 30 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा वित्त वर्ष 2016 के लिए अपना वार्षिक बजट प्रस्ताव अगले सप्ताह पेश करेंगे, जिसमें रक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा कार्यक्रमों पर खर्च बढ़ाने का प्रस्ताव शामिल होगा।
ओबामा ने गुरुवार को हफिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक आलेख में कहा कि उनका बजट खर्च कटौती के बिल्कुल उलट होगा। इस खर्च कटौती को जब्ती के रूप में जाना जाता है, जिसे घाटे को घटाने के लिए 2013 में लागू किया गया था।
इन कटौतियों ने सरकार के समाज कल्याण के कई कार्यक्रमों और पेंटागन के बजट पर असर डाला। इन कटौतियों का मूल्य 2023 तक 12 खरब डॉलर हो जाएगा।
व्हाइट हाउस के अनुसार, ओबामा विवेकाधीन खर्च में 74 अरब डॉलर वृद्धि करने का भी आह्वान करेंगे, जो इन कटौतियों द्वारा निर्धारित सीमाओं से सात प्रतिशत अधिक है।
सोमवार को पेश किए जाने वाले बजट में रक्षा खर्च व राष्ट्रीय सुरक्षा में 561 अरब डॉलर और गैर रक्षा घरेलू कार्यक्रमों के लिए 530 अरब डॉलर का प्रस्ताव है।
ओबामा ने चेतावनी दी है, “यदि कांग्रेस ने मेरी योजना को खारिज किया और इन मनमानी कटौतियों को वापस लेने से इंकार किया, तो यह हमारी अर्थव्यवस्था और हमारी सेना के लिए खतरा होगा।”
ओबामा ने कहा कि बड़ी बात यह है कि 10 वर्षो में प्रमुख क्षेत्रों में निवेश में गिरावट आएगी और अमेरिकी अनुसंधान, शिक्षा, अधोसंरचना और राष्ट्रीय सुरक्षा में व्यवधान पैदा होगा।
नए बजट में आधुनिक विनिर्माण केंद्रों और अधोसंरचना पुनर्निर्माण में नए निवेश का और कामकाजी माता-पिता के लिए वेतनशुदा बीमारी की छुट्टी का आग्रह है।
ओबामा का एक अन्य प्रस्ताव यह है कि सामुदायिक कॉलेज के प्रथम दो वर्ष मुफ्त किए जाएं, जिसकी घोषणा उन्होंने इस माह के प्रारंभ में की थी।
ओबामा ने इस सप्ताह 529 कॉलेज बचत योजनाओं को समाप्त करने की अपनी विवादास्पद योजना को वापस ले लिया, क्योंकि रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों सांसदों ने इस पर आपत्ति प्रकट की थी।
बजट में संघीय खर्च को बढ़ाकर 1.2 अरब डॉलर से अधिक करने का भी प्रस्ताव है, ताकि एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण से मुकाबला किया जा सके। इस तरह के बैक्टीरिया से 20 लाख लोग प्रभावित हैं और देश में प्रति वर्ष 23,000 मौतें हो जाती हैं।
यह जानकारी अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं निवारक केंद्र ने दी है।
ओबामा ने घोषणा की है कि इन सभी योजनाओं का वित्तपोषण बेकार के खर्चो में कटौती कर और कर खामियों को दूर कर किया जाएगा, जिनसे धनी लोगों को अनायास लाभ होता है।
बजटीय वादों की प्रस्तुति से रिपब्लिकन के साथ नए विवाद पैदा होंगे, क्योंकि अधिकांश रिपब्लिकन सार्वजनिक खर्च बढ़ाए जाने के खिलाफ हैं।