नई दिल्ली, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय अभिनेता इमरान जाहिद ने हाल ही में कराची में एक नाटक ‘डैडी’ का मंचन किया। नाटक देखने के लिए मौजूद सभी पाकिस्तानी दर्शकों को भावुक होते देख उन्हें पूर्ण विश्वास हो गया कि फिल्में और नाट्य शांति के बड़े वाहक हैं।
नई दिल्ली, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय अभिनेता इमरान जाहिद ने हाल ही में कराची में एक नाटक ‘डैडी’ का मंचन किया। नाटक देखने के लिए मौजूद सभी पाकिस्तानी दर्शकों को भावुक होते देख उन्हें पूर्ण विश्वास हो गया कि फिल्में और नाट्य शांति के बड़े वाहक हैं।
दोनों देशों के बीच इतनी समानताओं का हवाला देकर इमरान कहते हैं कि जब उन्होंने पहली बार 2014 में पाकिस्तान की यात्रा की तो उन्हें वहां एकाएक पुरानी दिल्ली का अहसास हुआ।
इमरान ने आईएएनएस को बताया, “हमारे द्वारा दिए गए अन्य सभी भाषणों की तुलना में फिल्म और नाट्य शांति के सबसे बड़े वाहक हैं।” एक कहानी के जरिए जब कोई संदेश दिया जाता है तो वह सीधे दिलों को छू जाता है। हम भी ऐसा करने की ही कोशिश कर रहे हैं। मुझे लगता है कि भारत और पाकिस्तान दोनों युवा देश हैं और नाट्यकला युवाओं को अपनी ओर खींचता है।”
उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं कि हमारे पास भारत-पाकिस्तान संबंधों के बारे में काल्पनिक और अवास्तविक विचार हैं। लेकिन हमारा दृढ़ विश्वास है कि संस्कृति के जरिए दोनों देशों के बीच की दूरी को कम किया जा सकता है और इस बात को सिद्ध करने के लिए हर किसी के पास अलग कहानी होगी।”
इमरान पाकिस्तन में ‘डैडी’ नामक नाटक का मंचन कर वापस भारत लौटे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘डैडी’ भारतीय फिल्म निर्देशक महेश भट्ट की 1989 फिल्म पर आधारित नाटक है, जिसका कराची में अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच फिल्म समारोह 2015 के दौरान मंचन किया गया।
जाहिद ने आईएएनएस को बताया, “हमारे नाटक को आयोजन के शीर्षतम प्रस्तुति का दर्जा दिया गया। क्योंकि इसे स्वयं महेश भट्ट द्वारा पेश किया गया। इस दौरान पूजा भट्ट दर्शकदीर्घा में मौजूद थी। शुरुआत में इसे सिर्फ दो दिनों के लिए पेश किया जाना था लेकिन जनता की मांग पर इसे बढ़ाकर तीन दिन और तीन शो कर दिया गया।”
दोनों देशों के बीच दूरी को कम करने के लिए अन्य तरीका ‘मिलने दो’ परियोजना है, जिसे लाहौर के आजाद थिएटर के साथ मिलकर महेश भट्ट और संदीप कपूर ने प्रस्तुत किया है।