20 मई, 1900 को उत्तराखंड के कौसानी (अल्मोड़ा) में जन्मे इस महान साहित्य सृजक की स्मृतियों को सहेजने की दृष्टि से उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल ने 24 जून को एक प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था, जिसे संचार एवं सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स्वीकार कर लिया है।
विभिन्न विषयों सहित साहित्यिक रचनाओं के अध्ययन में विशेष रुचि रखने वाले राज्यपाल ने सुमित्रानंदन पंत सहित उत्तराखंड के अनेक साहित्यकारों की रचनाओं का गहन अध्ययन किया है। पंत की रचनाओं में निहित प्रकृति-सौंदर्य चित्रण, प्रगतिशील विचारधारा, दार्शनिक और मानवतावादी स्वरूप से प्रभावित होकर राज्यपाल ने उनके सम्मान में डाक टिकट जारी करने का प्रस्ताव तैयार किया था।
पद्मभूषण (1961), ज्ञानपीठ (1968), साहित्य अकादमी तथा सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार जैसे उच्च श्रेणी के सम्मानों से अलंकृत महाकवि सुमित्रानंदन पंत को सम्मान देने के राज्यपाल के इस प्रयास को 23 दिसंबर को मूर्त रूप दिया जाएगा।