जम्मू, 5 अगस्त (आईएएनएस)। उधमपुर जिले में बुधवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकवादियों ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक काफिले पर हमला कर दिया। इस हमले में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी भी मारा गया।
इसके बाद बाकी आतंकवादियों ने तीन ग्रामीणों को बंधक बना लिया। सुरक्षाकर्मियों ने गांव को घेर लिया। एक आतंकवादी को हिरासत में ले लिया और बंधकों को मुक्त करा लिया।
यह पिछले 15 वर्षो में अति निगरानी वाले इस राजमार्ग पर इस तरह का पहला हमला है।
भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने नरसू नाला पर सीमा सुरक्षा बल के काफिले पर हमला किया। यह स्थान जम्मू से 65 किलोमीटर दूर उधमपुर और चेनानी के बीच स्थित है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि हमले में बीएसएफ के दो जवान शहीद हो गए और एक आतंकवादी भी मारा गया। वहीं, 11 अन्य जवान घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आतंकवादियों ने साल 2000 में रामबन जिले में बीएसएफ की सुरक्षा वाले जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर एक पुल पर हमला किया था। उस वक्त जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ था।
बुधवार के हमले के बाद आतंकवादी पहाड़ों की ओर भाग निकले और 15 किलोमीटर दूर चिरडी गांव में जा घुसे।
सुरक्षाबलों ने तुरंत गांव को घेर लिया और आतंकवादियों की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “बीएसएफ काफिले पर हमले के बाद आतंकवादी उधमपुर जिले के चिरडी गांव में एक घर में घुस गए।”
पुलिस अधिकारी के अनुसार, सुरक्षाकर्मियों ने गांव को घेर लिया, एक आतंकवादी को हिरासत में ले लिया और
बंधकों को मुक्त करा लिया।
जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर ‘अर्से बाद’ हमला हुआ है। वह आतंकवादियों की गतिविधियों से चिंतित हैं क्योंकि यह इलाका आतंकवादियों से मुक्त था।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस हमले को ‘बेहद चिंताजनक’ बताया। उन्होंने कहा कि “गुरदासपुर हमले के चंद दिनों बाद उधमपुर में बीएसएफ काफिले पर हुआ यह हमला बेहद चिंताजनक है।”