श्रीनगर, 26 जून (आईएएनएस)। कश्मीर घाटी के निवासियों ने शुक्रवार को उस समय राहत की सांस ली, जब झेलम का जलस्तर घटना शुरू हो गया।
श्रीनगर, 26 जून (आईएएनएस)। कश्मीर घाटी के निवासियों ने शुक्रवार को उस समय राहत की सांस ली, जब झेलम का जलस्तर घटना शुरू हो गया।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुख्य इंजीनियर जावेद जाफर ने आईएएनएस से कहा, “यद्यपि बाढ़ की चिंता अब कम हो गई है, लेकिन झेलम अभी भी घाटी के दक्षिण और मध्य हिस्सों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।”
जाफर ने कहा, “दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में संगम का जलस्तर सुबह 11 बजे घटकर 23.80 फुट हो गया। जबकि गुरुवार को यह 27.50 फुट था। संगम का खतरे का निशान 23 फुट पर है।”
शहर के राम मुंशी बाग में झेलम 21.20 फुट के स्तर पर बह रही है, जबकि शुक्रवार तड़के जलस्तर 21.65 फुट पर था।
झेलम और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बुधवार को भारी बारिश के कारण तेजी से बढ़ गया, जिसके कारण प्रशासन को दक्षिण एवं मध्य कश्मीर में बाढ़ की चेतावनी जारी करनी पड़ी।
कैमोह, मीर बाजार, अस्थल और देवसर सहित कुलगाम जिले के कई इलाके वैष्णव नाले के जल के कारण प्रभावित हुए हैं।
दक्षिण कश्मीर में कई पुल और सड़कें बह गई हैं। पुलवामा जिले के त्राल इलाके में बाढ़ की परेशानी झेलनी पड़ी है।