तिरुअनंतपुरम, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)। केरल में निकाय चुनाव में कांग्रेस की हार का हवाला देते हुए पार्टी आलाकमान को भेजे गए एक पत्र में राज्य में कांग्रेस के ‘अविलंब कायाकल्प’ की मांग की गई है। कहा जा रहा है कि यह पत्र केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्नीथला ने लिखा है, लेकिन चेन्नीथला ने इससे इनकार किया है।
तिरुअनंतपुरम, 17 दिसम्बर (आईएएनएस)। केरल में निकाय चुनाव में कांग्रेस की हार का हवाला देते हुए पार्टी आलाकमान को भेजे गए एक पत्र में राज्य में कांग्रेस के ‘अविलंब कायाकल्प’ की मांग की गई है। कहा जा रहा है कि यह पत्र केरल के गृह मंत्री रमेश चेन्नीथला ने लिखा है, लेकिन चेन्नीथला ने इससे इनकार किया है।
पत्र पर चेन्नीथला के नाम का हस्ताक्षर है। यह गुरुवार को मीडिया के हाथ लग गया। लेकिन, चेन्नीथला के दफ्तर ने इस बात से इनकार किया है कि मंत्री ने ऐसा कोई खत लिखा है।
चेन्नीथला ने खुद संवाददाताओं से गुरुवार को कहा, “मैंने ऐसा कोई पत्र नहीं लिखा है।”
पत्र में निकाय चुनाव में कांग्रेस की हार का जिक्र करते हुए लिखा गया है कि अगर पार्टी में सुधार नहीं किया गया तो अगले विधानसभा चुनाव में पार्टी की बुरी गत बननी तय है।
इसमें कहा गया है कि चांडी सरकार के कई मंत्री भ्रष्टाचार के मामलों में फंसे हुए हैं। इससे पार्टी की छवि पर असर पड़ा है।
राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष वी.एम.सुधीरन ने इस बात पर ताज्जुब जताया कि ऐसा पत्र पार्टी आलाकमान को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव के बाद हमने स्थिति का आकलन किया था। पत्र में लिखी गई बातें नहीं हुई थीं। इस पत्र की प्रमाणिकता को परखना होगा।
मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने इस पर कुछ नहीं कहा है।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी आलाकमान ने चांडी, चेन्नीथला और सुधीरन को दिल्ली बुलाया है। हालांकि, सुधीरन ने कहा है कि इस बुलावे का पत्र से कोई वास्ता नहीं है।
विपक्षी पार्टी माकपा ने कहा है कि इस प्रकरण से साफ है कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है।