काबुल/नई दिल्ली, 14 मई (आईएएनएस)। अफगानिस्तान की राजधानी में बुधवार रात एक अतिथिगृह में हुए हमले का निशाना जाहिर तौर पर अफगानिस्तान में भारत के राजदूत अमर सिन्हा थे। इस हमले में चार भारतीयों सहित 14 लोग मारे गए। अफगानिस्तान की मीडिया रपट से गुरुवार को यह जानकारी मिली।
काबुल के कोलोला पुस्था स्थित पार्क प्लेस अतिथिगृह में बुधवार रात एक बंदूकधारी ने हमला किया। उस वक्त वहां एक संगीत कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था।
अफगानिस्तान में भारतीय दूतावास के एक सूत्र ने गुरुवार को टेलीफोन पर आईएएनएस को बताया, “हमले में एक महिला सहित चार भारतीय मारे गए हैं। नौ अन्य विदेशी भी मारे गए हैं।”
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, हमले में ब्रिटेन तथा इटली के एक-एक नागरिक मारे गए, जबकि दो अन्य मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है।
सुरक्षा बलों के साथ गुरुवार सुबह तक चली करीब सात घंटे की मुठभेड़ के दौरान आतंकवादी मारा गया।
‘खामा प्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति अशरफ गनी के ‘गुड गवर्नेस’ मामलों के दूत अहमद जिया मसूद ने एक अफगान समाचार एजेंसी को बताया कि आतंकवादी ने बुधवार को काबुल के कोलोला पुस्था स्थित पार्क प्लेस अतिथिगृह में यह सोचकर हमला किया था कि भारतीय राजदूत अमर सिन्हा अंदर मौजूद हैं।
मसूद ने बुधवार देर रात दुर्घटना स्थल का दौरा किया और यहां संवाददाताओं को जानकारी दी।
‘खामा प्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, “मसूद ने बताया कि पार्क प्लेस अतिथिगृह पर हुआ हमला संभवत: राजनैतिक हमला है, लेकिन उन्होंने (मसूद) ज्यादा जानकारी नहीं दी।”
इसमें आगे बताया गया, “पहले एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया था कि अतिथिगृह में एक संगीत कार्यक्रम का आयोजन होना था, जिसमें तुर्की और भारतीय मेहमानों के साथ-साथ अफगान नागरिक भी शामिल होने वाले थे।”
इधर, सिन्हा ने हमले में भारतीय नागरिकों के हताहत होने के संबंध में ट्विटर पर जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “काबुल अतिथिगृह हमले में दुर्भाग्यवश चार भारतीयों की भी जान गई है।”
तालिबान ने गुरुवार को हमले की जिम्मेदारी ली।
तालिबान के कथित प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने अफगान मीडिया से कहा कि तालिबान के एक आतंकवादी मोहम्मद इदरीस ने हमले को अंजाम दिया और कई विदेशियों को मौत के घाट उतार दिया, जबकि कइयों को घायल कर दिया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की एक रपट के मुताबिक, तालिबान ने कहा कि यह हमला सरकारी अधिकारियों तथा उनका समर्थन करने वाले विदेशी सहायकों के खिलाफ हमले का ही हिस्सा है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि खबर सुनने के बाद वहां के हालात को लेकर वह चिंतित हैं।
मोदी ने ट्विटर पर लिखा, “मुझे विमान में यह खबर मिली कि काबुल में हमला हुआ है। वहां के हालात को लेकर मैं चिंतित हूं और सबके सुरक्षित होने की दुआ करता हूं।”
बंदूकों से लैस तालिबान आतंकवादियों ने बुधवार रात पार्क पैलेस अतिथिगृह पर उस समय हमला किया, जब वहां दावत चल रही थी और लोग संगीत कार्यक्रम शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की। सुरक्षा बलों और आतंकवादी की मुठभेड़ गुरुवार सुबह तक करीब सात घंटे चली।
काबुल के पुलिस प्रमुख अब्दुल रहमान ने बताया कि 54 लोगों को पैलेस से सुरक्षित बाहर निकाला गया।