पणजी, 30 सितम्बर (आईएएनएस)। गोवा पुलिस की अपराध शाखा ने लुई बर्जर रिश्वतकांड में आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री चर्चिल अलेमाओ का नार्को परीक्षण कराने की अनुमति मांगी है।
अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बुधवार को यहां कहा कि राज्य पुलिस ने इस परीक्षण के लिए राज्य के गृह विभाग से अनुमति मांगी है। कामत और अलेमाओ सहित पुलिस पूर्व सरकारी अधिकारी आनंद वाचासुंदर का भी नार्को परीक्षण करना चाहती है।
रिश्वत घोटाले के जांच दल में शामिल अपराध शाखा के अधिकारी ने कहा कि यह परीक्षण हैदराबाद में केंद्र सरकार के फोरेंसिक प्रयोगशाला में प्रस्तावित है।
अधिकारी ने यह भी कहा, “अरोपी पूछताछ में असहयोग कर रहे हैं। इस परीक्षण से हमें तीनों आरोपियों के बीच रिश्वत के मामले को और भी मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।”
अधिकारी ने कहा कि नार्को परीक्षण से हमें वर्तमान में गायब हुई फाइलों को ढूंढ़ने में भी मदद मिलेगी। ये फाइलें जांच के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
कामत, अलेमाओ तथा पूर्व कुछ सरकारी अधिकारियों पर साल 2010 में अमेरिका में स्थित लुई बर्जर कंसल्टेंसी फर्म के अधिकारियों से 976,630 डॉलर रिश्वत लेने का आरोप है। यह रिश्वत गोवा में अरबों डॉलर के पानी और सीवरेज परियोजना के कार्यान्वयन का ठेका हासिल करने के लिए दी गई थी।
1.031 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी द्वारा वित्तीय सहायता प्राप्त थी और इसे गोवा की तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार ने हरी झंडी दे दी थी।
पुलिस ने आरोप-पत्र में चर्चिल अलेमाओ, आनंद वाचासुंदर, जेम्स मैक्कलंग, सत्यकाम महंती, रिचर्ड सोनी और दिगंबर कामत तथा उनके सहायक आर्थर डी सिल्वा के नाम शामिल किए हैं।
इन सब पर भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी और 201 तथा भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम की धारा 7,8,9 और 13 के तहत मामला दर्ज है।