अंताल्या (तुर्की), 16 नवंबर (आईएएनएस)। तुर्की में यहां जी-20 शिखर सम्मेलन के दूसरे व आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत काला धन व भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा।
मोदी ने सम्मेलन के दूसरे सत्र के दौरान अपने भाषण में कहा, “मेरी सरकार काला धन व भ्रष्टाचार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। हमने अघोषित आय व विदेशों से प्राप्त आय के लिए एक नया कानून बनाया है।”
अधिक लचीलापन व खुली वैश्विक वित्तीय प्रणाली के निर्माण के प्रयास में मिली सफलता के लिए जी-20 की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “विदेशों में जमा काले धन को मूल देश तक पहुंचाने में हमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की अधिक से अधिक जरूरत है और बैंकों की अत्यधिक गोपनीयता के मुद्दे का समाधान करना चाहिए।”
मोदी के मुताबिक, विकासशील देशों में वित्तीय समावेश को बढ़ावा देने या बैकिंग क्षेत्र के कामकाज में उच्च पूंजी की आवश्यकता बाधा नहीं बननी चाहिए।
उन्होंने कहा, “नि:संदेह, प्रभावी देखरेख व प्रौद्योगिकी का बेहतर इस्तेमाल पूंजी की जरूरतों को कम कर सकता है।”
मोदी ने साइबर सुरक्षा को बैंकिंग बुनियादी ढांचे की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण औजार बताया।
उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) कोटा 2010 में संशोधन के लिए अमेरिका से अनुरोध किया।
मोदी ने कहा, “आईएमएफ कोटा आधारित एक संस्था रही है और यह उधार के संसाधनों पर निर्भर नहीं है। मैं आशा करता हूं कि अमेरिका में साल 2010 में किए गए सुधारों में संशोधन जल्द से जल्द किया जाएगा।”